दो लफ़्ज़ों की कहानी: इन 5 हिट फिल्मों में भी प्यार नहीं किरदार रहा अंधा
धनक:
फिल्मकार नागेश कुकुनूर की फिल्म धनक काफी चर्चा में है। बच्चों पर आधारित फिल्म यह राजस्थान के एक छोटे से गांव के दो अनाथ बच्चों परी(हेतल गाड़ा) और छोटू(कृष छबरिया) से जुड़ी हुई है। बहन परी अपने अंधे भाई छोटू से वादा करती है कि वह नौ साल के होने से पहले वापस ला देगी। यह फिल्म बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव में बेस्ट फिचर फिल्म की श्रेणी में ग्रां प्रिक्स ऑफ जेनरेशन केप्लस इंटरनेशन ज्यूरी से सम्मानित हो चुकी है।
लफंगे परिंदे:
20 अगस्त 2010 में निर्माता आदित्य चोपड़ा और निर्देशक प्रदीप सरकार की फिल्म लफंगे-परिंदे प्रदर्शित हुई थी। इस फिल्म में लीड रोल में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण रही हैं। वहीं उनके अपोजिट अभिनेता नील नितिन मुकेश रहे हैं। इसमें नंदू (नील नितिन मुकेश) और पिंकी (दीपिका पादुकोण) की प्रेम कहानी भी है जो दोस्त से प्रेमी बन जाते हैं। दीपिका इसमें एक ब्लाइंड डांसर और नील एक स्ट्रीट फाइटर के किरदार में रहें।
अनुराग:
शक्ति सामंत के निर्देशन फिल्म अनुराग लोगों को आज भी अच्छे से याद है। इसमें 70 और 80 के दशक में अपनी रूमानी अदाओं से दर्शकों को दीवाना बनाने वाली अभिनेत्री मौसमी चटर्जी रहीं हैं। 1972 में प्रदर्शित इस फिल्म में उनके अपोजिट विनोद मेहरा थे। करियर की शुरुआती फिल्म में मौसमी चटर्जी ने अंधी लड़की का किरदार निभाया था। यह फिल्म इतनी इतनी हिट रही कि मौसमी को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार से नामांकित किया गया।