आत्मघाती घमाकों से हिला काबुल, 35 ने गंवाई जान, सैकड़ों घायल
ऐसे हुए धमाके
इस धमाके में 15 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इनके साथ ही 248 अन्य के घायल होने की खबर है। इसके बाद दूसरे धमाके को शाम के समय पुलिस अकादमी के बाहर अंजाम दिया गया। यहां धमाके में 20 रंगरूटों की जान चली गई। इसके अलावा 25 अन्य लोग घायल हो गए। इसके कुछ ही घंटों बाद अगले दो धमाकों को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अंजाम दिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो एक धमाका मादक पदार्थ निषेध मंत्रालय व दूसरा नाटो बलों के शिविर के पास हुआ। जानकारी देते हुए काबुल पुलिस के प्रमुख जनरल अब्दुल रहमान रहीमी ने ये बताया कि सैन्य छावनी के पास धमाका इतना जर्बदस्त था कि मौके पर 10 मीटर गहरा गड्ढा हो गया। इतना ही नहीं धमाके की धमक से छावनी की दीवार सहित आसपास की कई इमारतें भी ढह गईं।
घायलों में कई की हालत गंभीर
धमाकों की गरज शहर के दूसरे इलाकों में भी जोरदार आवाज के साथ सुनाई दी। गौरतलब है कि जिस समय ये धमाका हुआ, उस समय ज्यादातर लोग नींद में थे। रहीमी ने अभी फिलहाल मरने वालों की तादाद के और भी ज्यादा बढ़ने की आशंका जताई है। घायलों की संख्या के बारे में बताया गया है कि इनमें 47 महिलाएं और 33 बच्चे शामिल हैं। इन घायलों में से कइयों की हालत गंभीर बनी हुई है।
ये हो सकता है कारण
उल्लेखनीय है कि अफगान तालिबान के प्रमुख मुल्ला उमर की मौत की घोषणा के बाद ही अफगानी राजधानी में पहली बार इस तरह के धमाकों को अंजाम दिया गया है। अभी फिलहाल खबर के लिखे जाने तक किसी भी आतंकी संगठन ने इन धमाकों की जिम्मेदारी नहीं ली थी। इससे एक दिन पहले भी तालिबान ने पूर्वी अफगानिस्तान में पुलिस को निशाना बनाया था। उस हमले में करीब नौ लोग मारे गए थे।