पिछले कई दिनों से पूरे उत्‍तर भारत में घने कोहरे और कड़कड़ाती ठंड का सितम जारी है. शनिवार को पूरी दिल्‍ली घने कोहरे में लिपटी रही जहां पर न्‍यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सुबह विजिबिलिटी काफी कम रही जिसके चलते कई ट्रेनें और फ्लॉइट प्रभावित रहीं.

ट्रेनों की थमी रफ्तार
दिल्ली सहित पूरा उत्तर भारत इन दिनों भीषण ठंड की चपेट में है. घने कोहरे का आलम यह है कि, दिन में भी लोगों को हेडलाइट जलाकर चलना पड़ रहा है. इसके अलावा आवगमन के साधनों में भी कोहरे का असर पड़ रहा है. एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि, कोहरे के कारण 30 फ्लाइटें अपने निश्चित समय से देरी से उड़ान भर सकीं. वहीं इस खराब मौसम की वजह से राजधानी, शबताब्दी जैसी कई एक्सप्रेस गाडि़यों की रफ्तार भी थम गई. रेलवे अधिकारियों की मानें, तो करीब 55 ट्रेनें लेट-लतीफी का शिकार हुईं. उत्तर रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि, 'कोहरे की वजह से पंजाब मेल, ब्रह्मपुत्र मेल और अन्य गाडि़यां घंटो लेट चल रही हैं.'
कानपुर से होकर जाने वाली कौन सी ट्रेन कितनी लेट, जानने के लिए यहां क्लिक करें
अभी जारी रहेगा कहर
मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो अभी मौसम में कोई बदलाव नहीं होने वाला है. घना कोहरा और कड़कड़ाती ठंड ने लोगों पर काफी असर डाला है और यह अभी जारी रहेगा. हालांकि अगले कुछ दिनों में घने बादलों की वजह से मौसम के मिजाज में ठंडी का ओवरडोज मिलने वाला है. फिलहाल दिन में मौसम साफ रहेगा और तापमान 20 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है. वहीं नमी का स्तर 100 परसेंट रहा है. वहीं क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि, ऐसे मौसम ने पूरी दिनचर्या को ही बदल दिया है. ठंड के कारण बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है जिसकी वजह से कामकाज प्रभावित होता है.
मौसम के बदले हुये रंग
शनिवार को ठंड का मिजाज काफी तीखे हो गए और ठंड से कंपकंपा रहे लोग दिन में ही अलाव जलाने को मजबूर हो गए. तेज सर्द हवाओं से न्यूनतम और अधिकतम तापमान दोनों लुढ़क गया. न्यूनतम और अधिकतम तापमान में महज चार डिग्री का अंतर होने से शुक्रवार की रात की तरह ही शनिवार को दिन में भी लोग ठंड से कांपते रहे. सोमवार की रात न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस थी तो मंगलवार को अधिकतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गयी. पूरे दिन सर्द हवाएं चलती रही. सर्द हवा के प्रकोप के बीच लोग घरों में ही दुबके रहे. सूरज पूरी तरह से बादलों में कैद रहा. 12 किलो मीटर प्रति घंटे के रफ्तार से हवा पूरे दिन बहती रही. जिसके कारण जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया. बाजारों में चहल पहल थम सी गयी. सड़कों पर भी रोज की तरह वाहनों की वाहनों की भीड़ नहीं दिखी.

Hindi News from India News Desk

 

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari