देशभर में गर्मी से मरने वालों की संख्‍या अब तक 500 को पार कर चुकी है. हीट स्‍ट्रोक से जुड़ी जानकारी के अभाव की वजह से इमरजेंसी में हीट स्‍ट्रोक के शिकार लोगों को फर्स्‍टएड नहीं मिल पाती है. लेकिन अगर आप हीट स्‍ट्रोक से बचना चाहते हैं तो आप यह टिप्‍स यूज कर सकते हैं.


जरा जांचें कहीं हीट स्ट्रोक तो नहींअगर आप हीट स्ट्रोक के लक्षणों से अंजान हैं तो बस इतना जान लीजिए कि हीट स्ट्रोक के शुरुआती लक्षणों में गर्मी की वजह से काफी थकावट और डिजिनैस को शामिल किया जाता है. इसके साथ ही अगर गर्मी से बीमार व्यक्ति को सरदर्द, डिजीनेस, लाइट-हेडेडनेस, गर्मी के बावजूद पसीना ना निकलने, त्वचा के लाल और रूखा हो जाने, मसल्स वीकनेस, क्रैंपिस, वॉमिटिंग, धड़कन के तेज होने और बेहोश होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा है तो मान के चलिए कि वह व्यक्ति हीट स्ट्रोक का शिकार हो गया है. सच में खतरनाक है हीट स्ट्रोक


अगर आप हीट स्ट्रोक को सामान्य बीमारी मानने की भूल कर रहे हैं तो जान जाइये कि आप अपनी जान से खेलने का काम कर रहे हैं. दरअसल हीट स्ट्रोक गर्मियों से होने वाले नुकसान का सबसे खतरनाक रूप है. यह आपके दिमाग को भी प्रभावित कर सकता है. इसके साथ ही इंटरनल ऑर्गन्स को निष्क्रिय कर सकता है जिससे आपकी जान भी जा सकती है. हीट स्ट्रोक होने पर क्या करें

अगर आपको या आपके आसपास मौजूद किसी व्यक्ति में इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो आपको उस व्यक्ति को तुरंत एक ठंडे स्थान पर ले जाना चाहिए. इसके बाद अगर वह व्यक्ति कुछ ज्यादा कपड़े जैसे कोट, स्कार्फ, टाई, शॉल आदि पहने हो तो तुरंत की उन कपड़ों को उतार फैंकना चाहिए. इसके साथ ही साथ हीट स्ट्रोका के शिकार व्यक्ति पर ठंडे पानी की बौछार करनी चाहिए. इसके साथ ही ऐसे व्यक्ति पर हवा भी करते रहना चाहिए. इससे शरीर पर पड़ते हुआ पानी वाष्पीकृत होगा और व्यक्ति को ठंडक महसूस होगी. इसी बीच आपको डॉक्टर को कॉल कर लेना चाहिए. फॉलो करें फुल कोर्सअगर आप हाल ही में हीट स्ट्रोक के शिकार हुए हैं तो आपको डॉक्टर द्वारा बताए फुल ट्रीटमेंट को पूरा करना चाहिए. इसके साथ साथ आपको कम से कम एक हफ्ते तक धूप में जाने से बचना चाहिए. यही नहीं आपको एक्सरसाइज करने से भी बचना चाहिए क्योंकि दुबारा हीट स्ट्रोक का शिकार होने पर आपके लिए दिक्कत बढ़ सकती है.

Posted By: Prabha Punj Mishra