शॉपिंग के नाम पर आज जमाना सुपरमार्केट और मॉल्स का है। हमें अगर शॉपिंग के लिए कहीं बाहर जाना है तो शहर के पूरे इलाके में फैली ओपेन मार्केट में भला कौन जाए। सभी को याद आती है एक ही छत के नीचे एसी की ठंडक में चल रही सुपरमार्केट और वहां कभी-कभी लगने वाली सेल। कई बार तो वहां की सेल को देखकर लोग इतना खुश हो जाते हैं जैसे एक ही दिन में वे पूरी सुपरमार्केट को लूट लेंगे लेकिन उन्हें क्या मालूम कि इस धोखे में वह खुद ही लुटने जा रहे होते हैं। फिर सेल ही क्यों आमतौर पर भी आप वहां कई तरह के धोखों के शिकार हो रहे होते हैं। कैसे! आइए बताएं।
By: Ruchi D Sharma
Updated Date: Thu, 22 Sep 2016 04:47 PM (IST)
2 . यहां से अगर आप जैम की शीशी खरीद रहे हैं तो ध्यान दें कि इसकी बोतल के भीतर के गड्ढे को कुछ इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि वे हर बोतल में करीब 2 औंस तक के जैम की बचत कर लेते हैं।4 . किसी भी चीज पर अगर लिखा हो, कि 'बेस्ट बिफोर डेट', तो समझिए कि उसका कोई मतलब नहीं होता।6 . जिन कार्टों को पकड़कर आप शॉपिंग कर रहे होते हैं, उनके हैंडलों में इ-कोलाई बैक्टीरिया बहुत संख्या में होते हैं। ऐसे में आप फूड प्वाइजनिंग का शिकार भी हो सकती हैं।8 . फलों और सब्जियों को वजन में भारी करने के लिए उसपर हमेशा पानी का छिड़काव होता रहता है।
10 . यहां आप अगर 500 मीलीलीटर वाला कोक ले रहे हैं तो वह 20 पैक शक्कर से भरा होता है।12 . यहां खाने वाली कोई भी चीज जो स्टॉक में बच जाती है, उसे यहीं के फूड आइटम्स में इस्तेमाल कर लिया जाता है।Business Newsinextlive fromBusiness News Desk
Posted By: Ruchi D Sharma