आप महीनों से जॉब ढूंढ रहे हैं। कई बड़ी कंपनियों में आपने एप्‍लीकेशंस भी लगा रखी हैं। आपको इंटरव्‍यू की डेट मिल जाती है। उसके बाद उनमें से कई कंपनियां आपको ज्‍वाइनिंग लेटर भी भेज देती हैं। मुबारक हो आपको नौकरी मिल गई लेकिन अब आप क्‍या करेंगे। यहां अब अगला सबसे बड़ा सवाल आपके सामने खड़ा होगा कि आप उस जॉब को ज्‍वाइन करें या नहीं। यहां ध्‍यान दीजिएगा कि कंपनी से जुड़े कुछ सवाल ऐसे भी हैं जिनके जवाबों को जानना आपके लिए भी जरूरी होगा। उन सबका जवाब मिलने के बाद आप फैसला ले पाएंगे कि आप जॉब को ज्‍वाइन करेंगे या नहीं। क्‍या होंगे वो जरूरी सवाल आइए जानें।


1 . कैसे हैं वहां काम करने वाले लोगसबसे पहले आपका ये देखना जरूरी होगा कि कंपनी में आपके साथ काम करने वाले लोग कैसे हैं। आपके मैनेजर, कलीग्स सबका नेचर और काम करने का तरीका कैसा है। उनके बिहेवियर के बीच आप वहां खुद को एडजस्ट कर पाएंगे। इंटरव्यू देते समय आपने इंटरव्यू लेने वालों के स्वभाव को तो बहुत हद का जज किया ही होगा। क्या उनका आपके साथ दोस्ती भरा रवैया था। क्या उन्होंने उस दौरान आपको आपके रोल और काम के बारे में कुछ बताया। 2 . काम करने का माहौल
एक कॉरपोरेट सेटअप, सरकारी ऑफिस, एक नॉन प्रॉफिट ऑग्रेनाइजेशन, इन सभी का वातावरण और काम करने का कल्चर बेहद अलग होता है। आप अगर कॉम्पटीटिव माहौल में काम करने के आदी हैं तो आप कॉरपोरेट कल्चर को चुनिए। कुछ इसी तरह आपको आपके काम करने के नेचर के हिसाब से अपने जॉब को चुनना होगा। जानना होगा कि आप जहां काम करने जा रहे हैं वहां का माहौल कैसा है। 6 . अगले पांच साल में आप होंगे कहां


इंटरव्यू लेते समय इंटरव्यूवर से ये मालूम करना मत भूलिएगा कि फर्म की ओर से उसके एमप्लॉई के लिए क्या दिया जाएगा। कुल मिलाकर आपको ये मालूम करना है कि नौकरी करते समय अगले पांच साल में आप कहां होंगे। 7 . अगर घूमने का जॉब है तो आपका जॉब अगर घूमने वाला है तो ये जरूर मालूम करिएगा कि आपको पूरे महीने में कितना सफर करना होगा। इसके साथ ही ये भी मालूम करिएगा कि कितनी बार आपको शहर के बाहर जाना पड़ेगा। ऐसे में रिम्बर्समेंट वर्क एक्सपेंस आपको कैसे और कितना मिलेगा। आप कंपनी की ट्रैवेल पॉलिसी की कॉपी भी देखने को मांग सकते हैं। इसी के साथ आप कंपनी की ट्रांसफर पॉलिसी को भी अच्छी तरह जान लें। 8 . अपनी टीम को अच्छे से जान लेंआखिर में आपको आपकी टीम के साथ ही काम करना होगा। ऐसे में जरूरी होगा कि आप अपने टीम मेट्स को सबसे पहले जान लें। सुबह की शुरुआत हो या ऑफिस से छुट्टी का टाइम आपको आपके कलीग्स के बीच ही उठना-बैठना है। उनके नेचर से खुद को एडजस्ट करना आपके लिए बहुत जरूरी होगा। Interesting Newsinextlive fromInteresting News Desk

Posted By: Ruchi D Sharma