कहते हैं कि फिल्म जगत में वहीं सितारा चमकता है जिसका कोई गॉडफादर होता है। ऐसा हमेशा सच नहीं होता। बॉलीवुड में आपको ऐसे कई एक्टर-एक्ट्रेस मिल जाएंगे जिनके पैरेंट्स किसी पहचान के मोहताज नहीं। मनोज कुमार से लेकर हेमा मालिनी तक और यश चोपड़ा से लेकर देव आनंद तक...ये वो नाम हैं जिनके बिना बॉलीवुड अधूरा रहता है। इसके बावजूद ये स्टार्स अपने बच्चों को ऊंचे मुकाम तक नहीं ले जा पाए। आइए जानते हैं इंडस्ट्री के 10 फ्लॉप बच्चों के बारें में....
2. हेमा मालिनी - ईशा देओल :धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की बेटी ईशा देओल ने शुरुआत में काफी धूम मचाई थी। लेकिन जल्द ही उनकी फिल्में पिटने लगीं। 35 साल की यह अभिनेत्री फिलहाल सितारों की लिस्ट से बाहर है। 4. विनोद खन्ना - राहुल खन्ना: बॉलीवुड के पूर्व सुपरस्टार विनोद खन्ना के बेटे राहुल खन्ना का फिल्मी करियर शुरू तो अच्छे से हुआ लेकिन वो यहां ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाए। अपनी पहली फिल्म अर्थ में अच्छी एक्टिंग करने के कारण राहुल को फिल्म फेयर ने बेस्ट डेब्यू का अवार्ड भी दिया, लेकिन उनकी गाड़ी आगे न बढ़ सकी। दूसरी ओर द बर्निंग ट्रेन सहित तमाम बॉलीवुड फिल्मों के एक्शन हीरों विनोद खन्ना की फिल्में आज भी देखना लोग पसंद करते हैं।
6. शत्रुघ्न सिन्हा - लव सिन्हा:बॉलीवुड में सिर्फ 'खामोश' बोलकर सबको अपना दमदार परिचय देने वाले शत्रुघ्न सिन्हा बॉलीवुड में अमिताभ बच्चन के बाद सेकेंड एंग्रीमैन माने जाते हैं। शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी सोनाक्षी ने भले ही बॉलीवुड फिल्मों में अपना सफलता के झंडे गाड़ दिए हैं, लेकिन उनके बेट लव सिन्हा को फिल्म इंडस्ट्री कोई भी नही जानता। साल 2010 में मूवी 'सदियां' से लव ने डेब्यू किया था। फिल्म पिटने के साथ ही वो भी बॉलीवुड से आउट हो गए। अब लव सिन्हा किसी अच्छे रोल की इंतजार कर रहे हैं।
8. मनोज कुमार - कुणाल गोस्वामी: बॉलीवुड में देशभक्ित फिल्मों के सबसे बड़े स्टार मनोज कुमार ने उपकार, पूरब और पश्चिम जैसी फिल्मों के दम पर शानदार सफलता पाई। वहीं उनके बेटे कुणाल गोस्वामी ने 'नंबरी आदमी, पाप की दुनिया और घुंघरू' आदि कई फिल्मों में काम तो किया लेकिन उनकी खराब एक्टिंग के कारण फिल्में बुरी तरह से पिट गईं। इसके बाद कुणाल गोस्वामी का फिल्मी करियर ही खत्म हो गया।
10. देव आनंद - सुनील आनंद:
बॉलीवुड के महान एक्टर देव आनंद ने सौ से ज्यादा बेहतरीन फिल्मों से जो मुकाम बनाया वो वाकई लाजवाब है। देव आनंद ने एक्टिंग के साथ साथ तमाम सुपरहिट फिल्मों का डायरेक्शन भी किया था। अपने पिता के विपरीत उनके बेटे सुनील आनंद बॉलीवुड में हवा की तरह आए और पानी की तरह चले गए। साल 1984 में देव आनंद ने सुनील को 'आनंद और आनंद' फिल्म से लॉंच किया, लेकिन सुपर फ्लॉप साबित हुई। सुनील ने बाद में कई और फिल्मों में भी काम किया लेकिन सफलता ने मिलने से उन्होंने बॉलीवुड को अलविदा कह दिया।Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk
Posted By: Abhishek Kumar Tiwari