10 सालों में इतने बदल गए हैं ये 10 गैजेट्स
2- Smartphones
बीते 10 सालों में सबसे बड़े बदलाव अगर किसी डिवाइस में नजर आए हैं तो वह हमारा फोन है, जो अब 'स्मार्ट' हो चुका है। आज हमारा फोन न सिर्फ हमारे के लिए एक कम्यूनिकेशन डिवाइस है बल्कि यह एंटरटेनमेंट से लेकर बैंकिंग जैसे कामों में भी मदद कर रहा है। कहना गलत नहीं होगा कि हमारे स्मार्टफोन्स अब हमारे लिए पोर्टेबल कम्प्यूटर बन गए हैं और दिन-ब-दिन इसकी केपेबिलिटीज बढ़ती जा रही हैं। आने वाले वक्त को देखकर लग रहा कि फोन ही हमारी पहचान होगा और यही हमारा बटुआ होगा।
4- Apple iPad
'एप्पल' ने जब 2010 में 'आईपैड' लॉन्च किया था तो लोगों ने कहना शुरू कर दिया था कि क्या यह डिवाइस लैपटॉप को रिप्लेस कर पाएगी। रिजल्ट्स में यह डिवाइस कई मायनों में लैपटॉप्स का अल्टरनेट बनती नजर आई। ऐसा नहीं था कि मार्केट में इसके लिए कॉम्प्टिीशन नहीं था पर यह डिवाइस अपने सेगमेंट में सबसे पॉपुलर प्रॉडक्ट बनी रही। हालांकि, एंड्रॉयड ने टैब यूजर्स के मामले में 'आईओएस' को काफी पीछे छोड़ दिया। इसके पीछे की वजह थी इसका 'आईओएस' का सस्ता अल्टरनेटिव बनना। एप्पल अपने लेटेस्ट 'आईपैड प्रो' के जरिए कम्प्यूटर्स का रिप्लेसमेंट बनने की कोशिशों में लगा है।
6- Wi-Fi hotspot
इस टेक्नोलॉजी के चलते ही आज हम अपने घर और ऑफिस के साथ-साथ एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, पिलक प्लेसेस, कॉफी शॉप, शॉपिंग मॉल जैसी जगहों पर भी इंटरनेट का इस्तेमाल कर पा रहे हैं। इसके लिए न तो किसी मॉडम की जरूर पड़ती है, न वायर की और हम आसानी से इंटरनेट एक्सेस करके
अपनी फाइल्स सेंड या रिसीव कर सकते हैं। इस टेक्नोलॉजी के चलते हम 'मोबाइल सोसाइटी' बनने की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं।
8- Online gaming services
कुछ साल पहले का दौर याद करें तो अपने फ्रेंड्स के साथ वीडियो गेम्स खेलते वक्त हमें उनके साथ एक ही जगह पर बैठना पड़ता था और एक ही कंसोल शेयर करना होता था। पर बीते कुछ सालों में सामने आए ऑनलाइन गेमिंग के कॉन्सेप्ट ने गेमिंग एक्सपीरियंस को बदलकर रख दिया है। अब आप इंटरनेट सपोर्ट करने
वाली अपनी डिवाइस से कहीं पर भी रहते हुए दुनिया के किसी दूसरे कोने में बैठे इंसान के साथ वीडियो गेम्स खेल सकते हैं। यंगस्टर्स के बीच ऑनलाइन वीडियो गेमिंग बेहद पॉपुलर है।
10- 4G service
इंडिया में 4जी सर्विस की एंट्री भले ही कई कंट्रीज के बाद हुई हो पर इस बात में कोई शक नहीं है कि यह बीते कुछ सालों में हुए सबसे शानदार इनोवेशंस में से एक है। इस सर्विस ने डाटा कैपेसिटी, आईपी टेलीफोनी, ऑनलाइन गेमिंग, एचडी मोबाइल टीवी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और क्लाउड कम्प्यूटिंग को आसान बना दिया है। इंडिया में भले ही यह सर्विस अभी अपने शुरुआती दौर में हो पर एक बात तय है कि आने वाले वक्त में इसका इम्पैक्ट साफ नजर आएगा।
हाईलाइट्स
ये बीते 10 सालों में टेक्नोलॉजी वल्र्ड में आई 'क्रांति' का ही नतीजा है कि हमारा फोन अब 'स्मार्टफोन' बन चुका है, जो इंटरनेट 10 साल पहले तक सिर्फ सायबर कैफे या कुछ लिमिटेड जगहों पर ही मिला करता था वह अब लोगों के साथ 24 घंटे मौजूद रहता है। 10 साल पहले जो हमने सोचा भी नहीं था वह आज हमारे सामने है, आने वाले 10 सालों में होने वाले बदलाव भी चौंका देने वाले होंगे, इसकी पूरी गारंटी है।