घर बैठे मोबाइल नंबर को आधार से लिंक करने के नाम पर ओटीपी से खाली कर रहे बैंक खाता
जब से डॉट ने घर बैठे मोबाइल नंबर को आधार से लिंक करने की प्रक्रिया जारी की है। कुछ हैकर लोगों को झांसे में लेकर साइबर ठगी करने में जुट गए हैं। दरअसल मोबाइल कंपनियों को एक आईवीआरएस नंबर जारी करना है उस पर ग्राहक कॉल करके अपने मोबाइल से आधार लिंक करने की प्रक्रिया खुद करेगा, इस प्रक्रिया के तहत एक ओटीपी भी आता है। बस इसी बात का फायदा उठाकर कुछ साइबर ठग कस्टमर से ओटीपी मांग लेते हैं और उनके बैंक खाते से रकम उड़ा लेते हैं। जबकि अभी तक मोबाइल कंपनियों ने मोबाइल से आधार लिंक करने वाला आईवीआरएस नंबर जारी ही नहीं किया है। इसमें ध्यान देने वाली बात यह है कि इस नंबर पर ग्राहक को खुद कॉल करनी होगी। ऐसी कोई कॉल आए तो सावधान हो जाएं। समझ जाइए कि कोई आपको फंसाने के लिए कॉल कर रहा है। उसे कुछ भी न बताएं और तुरंत पुलिस को फोन करके कॉल करने वाले की नंबर तथा दूसरी डिटेल दें। नीचे हर वर्ग के लिए आधार से मोबाइल नंबर जोड़ने की अलग-अलग पूरी प्रक्रिया दी जा रही है...
अब आपके मकान का भी बनेगा आधार, 6 डिजिट का होगा अपके घर का पता
मोबाइल से आधार को लिंक करने के लिए कोई कॉल नहीं आती आपको खुद करनी होगी कॉल
सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के अनुसार आधार से जो भी मोबाइल नंबर लिंक नहीं होगा वह 6 फरवरी, 2017 के बाद बंद हो जाएगा। इसलिए डॉट ने अलग-अलग तरह के लोगों के लिए चार तरह की आसान प्रक्रिया जारी की है। यदि आपका कोई मोबाइल नंबर पते के साथ आधार में दिया गया है तो आपको आधार से लिंक करने के लिए मोबाइल कंपनी द्वारा जारी एक नंबर पर कॉल करनी होगी। पसंद की भाषा चुनने के बाद आपको अपना आधार नंबर इंटर करना होगा। फिर आपके आधार वाले मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। ओटीपी इंटर करने के बाद 24 घंटे के भीतर आपका मोबाइल आधार से लिंक हो जाएगा।
1 जनवरी से मोबाइल नंबर को आधार से जोड़ने के चार तरीके, डॉट ने जारी की प्रक्रिया
दिव्यांग, गंभीर रूप से बीमार या सीनियर सिटीजन के लिए स्पेशल अरेंजमेंट
गंभीर रूप से बीमार चल रहे व्यक्ति, दिव्यांग या 70 साल की उम्र पार कर चुके सीनियर सिटीजन के लिए मोबाइल कंपनियों को उनके घर के नजदीक कैंप लगाकर री-वैरिफिकेशन के लिए कहा गया है। डॉट के अनुसार ऐसे लोग आईवीआरएस सहित अन्य विकल्पों के जरिए भी अपने मोबाइल को आधार से लिंक करा सकते हैं। डॉट ने मोबाइल कंपनियों से कहा है कि जरूरत पड़ने पर मोबाइल कंपनियां अपने प्रतिनिधि उनके घर पर भेज कर बॉयोमीट्रिक अथेंटिकेशन कराकर री-वैरिफिकेशन कराएं।
आधार से सिम लिंक करने घर आएगी कंपनी, जानें मोबाइल सिम को आधार से लिंक करने के 3 तरीके
NRI कस्टमर हैं तो बिना आधार के भी होगा री-वैरिफिकेशन
एनआरआई कस्टमर जिनका आधार नहीं बना है उनके लिए अलग व्यवस्था है। डॉट के अनुसार ऐसे लोग अपने पासपोर्ट की डिटेल अपने नजदीकी मोबाइल ऑपरेट के रिटेल आउलेट्स पर देकर अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक करा सकते हैं। यह तरीका सिर्फ एनआरआई कस्टमर्स के लिए है, जो ज्यादातर विदेशों में ही रहते हैं। कोई अन्य पासपोर्ट धारी नागरिक इस तरह री-वैरिफिकेशन नहीं करा सकता।
घर बैठे ऐसे कर पाएंगे मोबाइल नंबर को आधार से लिंक
आधार में पते के साथ मोबाइल नंबर नहीं देने वाले सामान्य नागरिक को थोड़ा होगा कष्ट
बहुत सारे लोगों ने आधार बनवाते समय पते के साथ मोबाइल नंबर नहीं लिखवाया है। ऐसे लोग घर बैठे अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक नहीं करा सकेंगे। ऐसे लोगों को अपने नजदीकी मोबाइल रिटेल आउटलेट्स पर जाकर अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराने के लिए बॉयोमीट्रिक अथेंटिकेशन कराना होगा। वैसे मोबाइल कंपनियों ने ऐसे ग्राहकों के लिए उनके घर के नजदीक शिविर लगाकर मोबाइल नंबर को आधार से लिंक करने का काम शुरू कर दिया है। आपको ध्यान रखना होगा।
आधार से जुड़ी ये तारीखें याद कर लीजिए नहीं तो होगी बड़ी परेशानी
Business News inextlive from Business News Desk