कानपुर। लीना मेडिना आज ही के दिन यानी कि 14 मई को दुनिया की सबसे कम उम्र वाली मां बनी थीं। द सन की रिपोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, जब लीना मेडिना का पेट बढ़ने लगा, तो डॉक्टरों को लगा कि वह एक बड़े ट्यूमर से पीड़ित है क्योंकि तब वह केवल पांच साल की थीं लेकिन मेडिकल टेस्ट के बाद पता चला कि वह सात महीने की गर्भवती हैं और यह उस दुष्कर्म का परिणाम का नतीजा था, जो पहले उनके साथ हुआ था। इस टेस्ट के कुछ हफ्तों बाद उन्होंने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। लीना, अभी भी दुनिया में सबसे कम उम्र में मां बनने वाली महिला हैं।
स्वस्थ बच्चे को दिया जन्म
लीना का जन्म 1933 में पेरू के एक छोटे से गांव के एक गरीब परिवार में हुआ था। पांच साल की उम्र में, पेट में दर्द होने की शिकायत के बाद उनकी मां ने उनके बढ़ते पेट पर ध्यान दिया। कुछ ही हफ्तों बाद 14 मई, 1939 को, उन्होंने कैसरियन के माध्यम से एक बच्चे को जन्म दिया, क्योंकि तब वह नेचुरल प्रोसेस से किसी बच्चे को जन्म देने में सक्षम नहीं थीं। उस बच्चे का नाम 'गेरार्डो' रखा गया, यह नाम उस डॉक्टर के सम्मान में दिया गया, जिसने लीना की डिलीवरी में मदद की। जब गेरार्डो का जन्म हुआ, तो डॉक्टर ने पाया कि केवल पांच साल की होने के बावजूद, लीना एक बच्चे को जन्म देने की क्षमता रखती हैं और वह प्रोकोसियस पुबर्टी नाम की स्थिति से भी गुजर रही हैं। गेरार्डो के जन्म देने के बाद, पुलिस ने उसके पिता तिलबुरेलो को अनाचार के संदेह में गिरफ्तार किया लेकिन बाद में उसे पुलिस ने सबूतों अभाव में रिहा कर दिया गया और आज तक असली पिता की पहचान सामने नहीं आई है।
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गेरार्डो की 40 साल की उम्र में हो गई मौत
गेरार्डो भले ही स्वस्थ पैदा हुए लेकिन एक हड्डियों की बीमारी से पीड़ित होने के चलते 1979 में 40 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई। लीना अब 85 साल की हैं और अभी भी पेरू में रहती हैं। हालांकि, उन्होंने अपनी कहानी को बेचने से इनकार कर दिया है क्योंकि वह एक सामान्य जीवन जीना चाहती हैं। उन्होंने 1970 के दशक में पति राउल से शादी की, बाद में 39 साल की उम्र में अपने दूसरे बेटे को जन्म दिया।
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