नए जी5 फ़ोन में नीचे के हिस्से को खींच कर निकाला जा सकता है और इसे एक अन्य टुकड़े के साथ बदला जा सकता है।
गूगल भी इस दिशा में प्रोजेक्ट आरा के तहत अपना फ़ोन लाने की कोशिश में लगा हुआ है लेकिन अभी इस सिद्धांत का बहुत कुछ नहीं कर पाया है।
एक विशेषज्ञ के अनुसार इस नए प्रकार के विचार के साथ एलजी को अपने प्रतिद्वदियों से आगे बढ़ने में मदद मिलेगी, लेकिन इससे कंपनी को अधिक फ़ायदा होगा या नहीं इस पर अभी कुछ कह पाना संभव नहीं है।
मोबाइल फ़ोन के साथ दो अन्य टुकड़े आते हैं जिन्हें "फ्रेंड्स" कहा गया है। इनमें से एक है 32-बिट कन्वर्टर है जो बढ़िया आवाज़ में गाना सुनने वालों के लिए है। दूसरा टुकड़ा है एक कैमरा कंट्रोलर जो एक हाथ से तस्वीर लेने वालों के लिए काम की चीज़ होगी।
मॉड्यूल बदलने के लिए फ़ोन की बैटरी को खींच कर अलग करना होगा और उसे अन्य टुकड़े के साथ जोड़ना होगा। इससे बैटरी को आसानी से बदलना संभव होगा जैसा कई नामी फ़ोन मॉडलों में नहीं होता।
फ़ोन में पीछे की तरफ़ दो कैमरा लेंस हैं, एक साधारण लेंस और एक 135 डिग्री एंगल लेंस जो कंपनी के अनुसार मानव आंख की तरह ही एक व्यापक तस्वीर लेने में मददग़ार है।
फ़ोन हमेशा चालू रहने वाले डिस्प्ले के साथ आता है जो कि स्क्रीन पर समय और अन्य नोटिफिकेशन दिखाएगा।
एलजी के एक प्रवक्ता ने बीबीसी को बताया कि कंपनी और भी अधिक मॉड्यूल बनाने की कोशिश कर रही है।
साथ ही कंपनी बार्सिलोना में चल रहे मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में नए वर्चुएल रियलिटी किट की भी घोषणा की है।
सैमसंग के वर्चुएल रियलिटी किट के इतर एलजी के नए वर्चुएल रियलिटी किट में फ़ोन स्क्रीन का इस्तेमाल नहीं होता वरन् दोनों आंखों के लिए दो डिस्प्ले, किट में ही बनाए गए हैं।
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