कानपुर(इंटरनेट डेस्क)। लेबनान और इजरायल के बीच काफी टाइम से टेंशन चल रही है। बीते दिनों लेबनान में हुए पेजर ब्लास्ट के बाद वहां के लोगों में सनसनी फैल गई। पेजर में हुए ब्लास्ट में हिज्बुल्लाह के 20 लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद हिज्बुल्लाह ने इन ब्लास्टों की जांच की और इजरायल पर इस साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है। हालांकि अब इस जांच में पेजर ब्लास्ट का केरल कनेक्शन भी निकल कर सामने आ रहा है।

क्या है केरल कनेक्शन
बीते दिनों जिन पेजर में ब्लास्ट हुए उनका यूज हिज्बुल्लाह के लड़ाके आपस में मैसेज से बातचीत करने के लिए करते हैं। हिज्बुल्लाह का आरोप है कि इजरायल ने पेजर बनाने वाली कंपनी के साथ मिलकर इन पेजर में विस्फोटक मिक्स किया है। जिसकी वजह से इनमें ब्लास्ट हुए। पेजर की जांच में कई शेल कंपनियों का नाम सामने आया है। इन कंपनियों में से एक का फाउंडर केरल का एक भारतीय शख्स है।

केरल के वायनाड से जुड़ा है शख्स
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पेजर डील में बुल्गारिया की एक कंपनी नोर्टा ग्लोबल लिमिटेड भी शामिल थी। इस कंपनी के फाउंडर नॉर्वे के रिनसन जोस हैं, जिनके रोल की जांच की जा रही है। रिनसन जोस मूल रूप से केरल के वायनाड स्थित मनंतावडी के रहने वाले हैं। रिनसन का जन्म वायनाड में हुआ था और एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद वो नॉर्वे चले गए थे।

इजरायल के जाल में फंसा हिज्बुल्लाह
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेबनान में हुए इस हमले में इजरायल ने हिज्बुल्लाह को फंसा दिया है। दरअसल इजरायल ने इस हमले कई सारी शेल कंपनियों का नाम यूज किया ताकि हिज्बुल्लाह इनको टेस्ट करने में जुट जाए। हालांकि शुरूआत में हुआ भी कुछ ऐसा ही क्योंकि हिज्बुल्लाह इस हमले के पीछे ताइवान की कंपनी गोल्ड अपोल्लो का हाथ मान रहा था। जबकि बाद में कंपनी ने इस बात को साफ किया कि जिन पेजर में ब्लास्ट हुआ वो उसके थे ही नहीं।

इजरायल की साजिश से सिहर गया लेबनान
लेबनान का कहना है कि इजरायल की खूफिया एजेंसी मोसाद ने पेजर के प्रोडक्शन में ही छेड़छाड़ की थी। इस एजेंसी ने डिवाइस के अंदर एक बोर्ड इंजेक्ट किया जिसमें विस्फोटक होता है, जिसे एक कोड मिलता है। इसका किसी भी स्कैनर या डिवाइस से पता नहीं लगाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक जब इन पेजर में कोड भेजा गया तो इनके विस्फोटक एक्टिव हो गए और एक साथ 5000 पेजर फट गए। इस धमाके से लेबनान के लोग सहम गए।

रिनसन जोस को मिली क्लीन चिट
एक मीडिया कंपनी के अनुसार, कागजों में ताइवानी कंपनी गोल्ड अपोल्लो के साथ बीएसी ने अनुबंध किया था, लेकिन असल में सौदा नोर्टा ग्लोबल ने किया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, नोर्टा ग्लोबल की स्थापना भारतीय मूल के रिनसन जोस ने की थी। ये बुल्गारिया की राजधानी सोफिया के पते पर रजिस्टर था। हालांकि, बुल्गारिया की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (SANS) ने रिनसन जोस को क्लीन चिट दी है।

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