मारे गए लोगों में से तीन आपातकालीन सेवा के कर्मचारी थे. ये कर्मचारी जब सुपरमार्केट में फंसे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे तभी छत गिर गई.
मरने वालों की संख्या के आधार पर, वर्ष 1991 में स्थापित पूर्व सोवियत संघ के इस देश की, यह सबसे बड़ी दुर्घटना है.
यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि कितने लोग अब भी अंदर फंसे हो सकते हैं.
छत ढहने की वजह अभी तक साफ़ नहीं है लेकिन कुछ ख़बरों के अनुसार छत पर बनाया जा रहा एक बाग़ इसकी वजह हो सकता है.
हादसे के बाद मौके पर पहुंचे प्रधानमंत्री वलदिस डोमब्रोवस्किस ने कहा, "पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. भवन निर्माण नियमों के उल्लंघन के लिए आपराधिक जांच शुरू हो गई है."
बचावकर्मी भी फंसे
देश के गृहमंत्री रिचर्ड्स कोज़्लोव्सकिस ने लातविया टीवी से कहा था कि "साफ़ है" कि भवन निर्माण नियमों को पूरा नहीं किया गया है.
लातविया की बचाव सेवा के प्रवक्ता विक्टोरिजा सेमेबेले ने गुरुवार को कहा था, "मारे गए लोगों में से तीन सरकारी अग्निशन और बचाव सेवा अधिकारी थे. कुल आठ अग्निशमन कर्मचारी घायल हुए हैं."
इससे पहले अधिकारियों ने कहा था कि कम से कम 35 लोग घायल हुए हैं.
टीवी फ़ुटेज में दिखाया गया है कि एक मंज़िला कंक्रीट और शीशे की इमारत से मलबा हटाने के लिए कर्मचारी मैकेनिकल कटर का इस्तेमाल कर रहे हैं.
कंक्रीट की स्लैब को हटाने के लिए क्रेनों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
सेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट में लिखा है कि 60 से ज़्यादा सैनिक बचाव कार्यों में सहायता कर रहे हैं.
ग्राहकों की भीड़
गुरुवार को स्थानीय समयानुसार शाम छह बजे से ठीक पहले इमारत गिरने की शुरुआत हुई, तब स्टोर में काफी अधिक ग्राहक थे.
चश्मदीदों के अनुसार छत से साथ ही दीवारें और खिड़कियां भी गिर गईं और इमारत का ढांचा पत्थरों से भर गया.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि छत के पहले हिस्से के गिरने के बाद ग्राहक बाहर की ओर भागे लेकिन सुपरमार्केट के इलेक्ट्रॉनिक दरवाज़े बंद हो गए और लोग अंदर ही फंस गए.
करीब 20 मिनट बाद छत का एक दूसरा भाग भी गिर गया जिससे लोगों को बाहर निकाल रहे बचाव कर्मी भी फंस गए.
ख़बरों के अनुसार बचाव सेवा को यकीन है कि करीब 500 स्क्वेयर मीटर छत ढह गई है.
बीबीसी के कॉकाशस संवाददाता डेमीन मैकगिनीज़ के अनुसार, छत पर बनाए जा रहे एक बाग के लिए जमा की गई मिट्टी का वजन इस दुर्घटना का एक संभावित कारण हो सकता है. लेकिन छत के ढहने की सटीक वजह अभी तक ज्ञात नहीं हैं.
वास्तुशिल्प पुरस्कार
लेटा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार वर्ष 1990 में आज़ादी मिलने के बाद से किसी दुर्घटना में सबसे ज़्यादा लोगों की मौत हुई है. इसके पहले सबसे ज़्यादा मौतें वर्ष 2007 में एक नर्सिंग होम में आग लगने से हुई थीं. इस दुर्घटना में 25 लोग मारे गए थे.
बचाव सेवा प्रमुख नॉरमुन्ड्स प्लेगेरमानिस ने कहा कि सुपरमार्केट में बचाव दल को मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा.
उन्होंने कहा, "बीच-बीच में ऊपर से टुकड़े गिर रहे थे... अंदर काम करना बहुत ख़तरनाक था."
स्थानीय मीडिया के अनुसार वर्ष 2011 में जब यह इमारत बनकर तैयार हुई थी तो इसे राष्ट्रीय वास्तुशिल्प पुरस्कार से नवाज़ा गया था.
साल 2011 में शुरू हुई सुपरमार्केट मैक्सिमा रिटेल चेन का हिस्सा है.
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