टोक्यो (राॅयटर्स)। कोविड-19 मामलों में तेजी को देखते हुए जापान सरकार टोक्यो तथा ओसाका के लिए स्टेट इमरजेंसी लागू करने पर विचार कर रही है। बुधवार को ब्राॅडकास्टर एनएचके द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशासन संक्रमण रोकने के लिए प्रतिबंध लगाने की ओर बढ़ रहा है।
नीदरलैंड में ढील तो आइसलैंड में सख्ती
जाॅनसन एंड जाॅनसन ने कहा कि वह यूरोप में कोविड-19 वैक्सीन की फिर से शुरुआत करेगा। कंपनी ने यह बात तब कही है जब स्थानीय मेडिकल नियामक ने कहा कि वैक्सीन के फायदे ज्यादा हैं। टीका लेने का जोखिम एक प्रकार से नगण्य हैं। ब्लड क्लाटिंग की समस्या दुर्लभ है। संक्रमण की बढ़ती दर के बावजूद नीदरलैंड अगले सप्ताह से लाॅकडाउन प्रतिबंधों में ढील देगा। साथ ही यह भी कहा कि वह बुधवार से जाॅनसन एंड जाॅनसन की वैक्सीन को फिर से शुरू करेगा। आइसलैंड सरकार ने कहा कि वह घरेलू प्रतिबंधों के साथ सीमा पर सख्ती लागू करेगा।
कनाडा के दो बड़े शहरों में तीसरी लहर
कनाडा तथा अमेरिका ने अपनी सीमा पर प्रतिबंध को बढ़ा दिया है। ध्यान रहे कि गैर जरूरी यात्रा पर रोक है। हालांकि हवाई मार्ग से यात्री कनाडा आते रहेंगे बशर्ते उन्हें कोविड-19 टेस्ट कराकर होटल में क्वाॅरंटीन अवधि को पूरा करना होगा। कनाडा के बड़े शहर टोरंटो तथा पड़ोसी शहर पील दोनों में संक्रमण की तीसरी लहर है। यहां के लिए पांच या इससे अधिक लोगों के संक्रमित होने पर कारोबार बंद करने के आदेश हैं। ब्राजील फाइजर की कोविड-19 वैक्सीन की 10 करोड़ डोज खरीदने के लिए बात कर रहा है। कम्युनिकेशन मिनिस्टर फैबियो फारिया ने कहा कि धीमी रफ्तार से चल रहे टीकाकरण कार्यक्रम के लिए हमें और वैक्सीन खरीदनी होगी।
दक्षिण कोरिया को अमेरिका से मदद की उम्मीद
अर्जेंटीना की एक कंपनी ने रूस की कोविड-19 वैक्सीन स्पूतनिक-V के टेस्ट बैच का निर्माण शुरू किया है। यह पहला लैटिन अमेकी देश है जहां साल के मध्य तक वैक्सीन का उत्पादन शुरू हो जाएगा। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री ने बुधवार को कहा कि महामारी के दौरान जिस प्रकार अमेरिका ने पिछले वर्ष टेस्ट किट तथा मास्क की आपूर्ति से मदद की थी उसी तरह उम्मीद है कि वह इस बार भी वैक्सीन की किल्लत में मदद करेगा।
मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने में लगा भारत
भारतीय प्रशासन ने देश की राजधानी नई दिल्ली के अस्पताल में मेडिकल ऑक्सीन की कमी को देखते हुए आपूर्ति बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है। अधिकारियों तथा डाॅक्टरों का कहना है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर में संक्रमण तेजी से फैल रहा है जिससे स्वास्थ्य ढांचा पूरी तरह चरमरा गया है।
International News inextlive from World News Desk