मरने वालों में 13 महिलाएं भी
मरने वाले इन 33 लोगों में 13 महिलाएं बताई गईं हैं। इनके अलावा करीब 20 लोग मौके से लापता हैं। भूस्खलन नाम की इस त्रासदी में नेपाल के दो गांव पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। इन गांवों के कई लोग तो अभी भी लापता हैं, जिनका अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। गौरतलब है कि नेपाल में मानसून के दौरान बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं के चलते हर साल बड़ी संख्या में लोग मारे जाते हैं।

भूकंप के बाद अभी भी लोग सड़कों पर
बताते चलें कि इसी साल अप्रैल के महीने में आए विनाशकारी भूकंप में यहां करीब नौ हजार लोगों की मौत हो गई थी। इसके चलते अभी भी बड़ी संख्या में लोग राहत शिविरों में ही रह रहे हैं। इसका मतलब ये है कि बड़ी संख्या में लोगों के पास अभी भी घरों का इंतजाम नहीं हो सका है। ऐसे में वह राहत शिविरों में रहने के लिए मजबूर हैं।

मरने वालों की ऐसी है जानकारी
घटना को लेकर बता दें कि काठमांडू से करीब 250 किमी दूर चर्चित पर्यटन स्थल पोखरा के पास कास्की जिले में करीब 23 लोगों की जान चली गई। जिले के भदौरे गांव में दो महिलाओं समेत पांच लोगों की जान गई। काठमांडू से 350 किमी दूर म्याग्दी जिले के मुना और मुदुनी गांव में एक बच्चे समेत पांच की मौत हो गई। पोखरा-बागलुंग राजमार्ग भी बेहद बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। दो पुल तो बह ही गए हैं।

बचाव कार्य पर एक नजर
भूस्खलन की भयावहता को देखते हुए बचाव व राहत कार्य शुरू कर दिया गया है। सेना और पुलिस को राहत और इस बचाव के काम में लगा दिया गया है। हेलिकॉप्टर की मदद से भी प्रभावित इलाकों तक राहत पहुंचाने की हर संभव कोशिश की जा रही है। हालांकि मौसम के खराब होने के कारण अभी इसमें भी बाधा आ रही है। इसके बावजूद सभी तरह के प्रयास जारी हैं, ताकि लोगों को राहत दिलाई जा सके।

Hindi News from World News Desk

 

International News inextlive from World News Desk