पटना (आईएएनएस)। जमीन के बदले नौकरी देने के घोटाले में आरोपित राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद व उनके परिवार की मुश्किलें बढती जा रही हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को दिल्ली, एनसीआर और बिहार में 15 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की। इसमें लालू यादव के परिवार व करीबियों के घर शामिल हैं। इस छापेमारी से नाराज लालू ने शनिवार को भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हुए कहा कि शुक्रवार को उसके द्वारा भेजी गयी ईडी ने उनके बेटे तेजस्वी यादव के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी आवास पर छापेमारी की। तेजस्वी यहां अपनी पत्नी राजश्री के साथ रहते हैं जो इन दिनों प्रेग्नेंट हैं। इस दाैरान उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने आगे कहा कि 'मैंने काला आपातकाल देखा है और इसके खिलाफ लड़ाई भी लड़ी। ईडी के अधिकारियों ने मेरी प्रेंग्नेट बहू को 15 घंटे बैठने के लिए मजबूर किया था। सिर्फ वो ही नहीं, उन्होंने मेरे पोते-पोतियों और बेटियों को भी उतनी देर बैठाया।

न तो मैं और न ही मेरे परिवार का कोई और उनके सामने झुकेगा
लालू प्रसाद ने ट्वीट किया, "भगवा पार्टी बहुत नीचे गिर गई है। उन्होंने कहा, "आरएसएस और बीजेपी के साथ मेरी वैचारिक लड़ाई जारी रहेगी। न तो मैं और न ही मेरे परिवार का कोई और उनके सामने झुकेगा। केंद्रीय एजेंसी ने ईडी ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले में शुक्रवार को पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के कई रिश्तेदारों के खिलाफ दिल्ली व बिहार में छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने तेजस्वी यादव और उनकी बहनों रागिनी यादव, चंदा यादव और हेमा यादव के आवासों से 53 लाख रुपये नकद, 1.5 किलो सोना, 540 ग्राम सोने के सिक्के और 1900 डॉलर बरामद किए हैं। ईडी ने मामले में लालू प्रसाद के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) मामले का संज्ञान लेते हुए प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दायर करने के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत ये तलाशी ली।

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