लोगों को कहना है कि यह उनके देश चेक गणराज्य का भी पहला ऐसा मामला है. अधिकारियों ने बताया कि अलेक्जेंड्रा किनोवा ने चार बेटों और एक बेटी को जन्म दिया. प्रसव ऑपरेशन से किया गया. जिस अस्पताल में किनोवा ने बच्चों को जन्म दिया, वहाँ के डॉक्टरों ने बताया कि प्रसव बिना किसी परेशानी के हो गया.

हालांकि बच्चों और उनकी माँ को फिलहाल आईसीयू में रखा गया है लेकिन खबरों में कहा जा रहा है कि उनकी स्थिति अच्छी है. समाचार एजेंसी एपी ने अस्पताल के सबसे बड़े डॉक्टर जबीनेक स्त्रानक के हवाले से बताया कि यह चेक गणराज्य की पहली घटना है जब किसी महिला को पाँच बच्चों के साथ प्राकृतिक रूप से गर्भ ठहरा हो.

बच्चों के नाम

यह बिना किसी डॉक्टरी मदद के संभव हो पाया. बच्चों के स्वस्थ विकास की 95 फीसदी संभावना है. बताया जाता है कि लड़कों के नाम डेनियल, माइकल, अलेक्स और मार्टिन रखे गए हैं जबकि बेटी को टेरेज़का कहकर पुकारा जा रहा है. राजधानी प्राग से 20 किलोमीटर के फासले पर स्थित मिलोविक शहर की रहने वाली किनोवो पहले से ही एक बेटे की माँ हैं.

किनोवा को शुरुआत में यह लगता था कि उन्हें जुड़वाँ बच्चे होने वाले हैं लेकिन मार्च में डॉक्टरों ने चार बच्चों की बात बताई और फिर अप्रैल में यह आखिरकार बढ़कर पाँच हो गए. एक स्थानीय अखबार ने बताया कि ट्रेन के देर से पहुँचने के बावजूद पाँच बच्चों के पिता एंटोनिन क्रोससेन प्रसव के वक्त अस्पताल में मौजूद थे. उन्होंने कहा, "मैं पूरे रास्ते भर परेशान था. डर लग रहा था कि मैं यह सब सँभाल नहीं सकूंगा."

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