कानपुर (इंटरनेट डेस्क)।कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। वहीं इस बीच पीड़िता के पिता ने कहा कि साल 2021 में भी पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर कई आरोप लगे थे। अगर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने उस समय संदीप घोष के खिलाफ कार्रवाई की होती तो उनकी बेटी आज जिंदा होती। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि मामले की जांच कर रही सीबीआई अपना काम कर रही है और जो लोग किसी भी तरह से इस घटना से जुड़े हैं, उनकी जांच की जा रही है। इसके साथ विरोध कर रहे जूनियर डॉक्टर्स को लेकर कहा कि वे मेरे बच्चों की तरह हैं, हमें उन्हें देखकर दर्द होता है। जिस दिन आरोपियों को सजा मिलेगी, वह हमारी जीत होगी।
जूनियर डॉक्टर की हड़ताल जारी
बीती 9 अगस्त को हुई इस घटना के बाद से जूनियर डॉक्टर की हड़ताल जारी है। जूनियर डॉक्टरों ने कहा है कि वे अपना धरना जारी रखेंगे और ड्यूटी पर नहीं आएंगे, जबकि राज्य सरकार ने विनीत गोयल की जगह मनोज कुमार वर्मा को कोलकाता का नया पुलिस प्रमुख नियुक्त किया है और स्वास्थ्य विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों को हटा दिया है, जिससे डॉक्टरों की पिछली मांगें मान ली गई हैं। डॉक्टरों ने अस्पताल परिसर के अंदर डॉक्टरों की सुरक्षा और संरक्षा पर चर्चा की मांग की। सरकार ने सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।

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