कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Kolkata Doctor Murder: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 9 अगस्त को महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में लोगों का गुस्सा थम नहीं रहा है। लगातार यहां पर लोग सड़कों पर न्याय की मांग कर रहे हैं। ऐसे में कल मंगलवार को पश्चिम बंगा छात्र समाज के छात्रों ने न्याय की मांग व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए हुए नबान्ना यानि की राज्य सचिवालय की ओर मार्च किया। इस दौरान पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश करती रही। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज, पानी की बौछारें और आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिससे तनाव बढ़ गया और भाजपा ने अधिकारियों की कार्रवाई के खिलाफ विरोध के रूप में 12 घंटे का बंद बुलाया है।

हम विरोध करना जारी रखेंगे

इससे पहले दिन में, भाजपा नेता अग्निमित्र पॉल ने राज्य सरकार के खिलाफ पार्टी द्वारा बुलाए गए 12 घंटे के 'बंगाल बंद' की समीक्षा की। पॉल ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि वे घृणित रवैये के साथ घूम रहे हैं। वे सभी रीढ़विहीन हो गए हैं। पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को अमान्य कर दिया है... उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर केमिकल्स के साथ पानी की बौछारें कीं... वे राज्य की महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में असमर्थ हैं और जब महिलाएं विरोध करती हैं, तो वे उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल का प्रयोग करते हैं। हम विरोध करना जारी रखेंगे।

जेपी नड्डा ने साधा निशाना

सीएम बनर्जी पर निशाना साधते हुए जेपी नड्डा ने कहा, "कोलकाता में पुलिस की बर्बरता की तस्वीरों ने हर उस व्यक्ति को नाराज कर दिया है जो लोकतांत्रिक सिद्धांतों को महत्व देता है। दीदी के पश्चिम बंगाल में दुष्कर्मियों और अपराधियों की मदद करना सम्मान की बात है, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा के लिए बोलना अपराध है। नड्डा ने कोलकाता पुलिस पर न्याय के लिए लोगों की आवाज दबाने का भी आरोप लगाया और कहा कि बंगाल की सीएम ने एक महिला के खिलाफ जघन्य अपराध और उसके माता-पिता को गुमराह करने के मामले में चुप्पी बनाए रखा है।

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