कोलकाता (पीटीआई/एएनआई)। Kolkata Doctor Murder: सुप्रीम कोर्ट द्वारा कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की तैनाती के आदेश के एक दिन बाद, बुधवार को एक वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में सीआईएसएफ की टीम सुबह अस्पताल पहुंची। एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने स्थानीय पुलिस और अस्पताल के अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बात की। सीआईएसएफ के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) के प्रताप सिंह ने कहा कि वे कुछ असाइनमेंट के लिए वहां आए हैं। यह मामला बेहद गंभीर है। वहीं बतादें कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को मेडिकल प्रोफेशनल्स के लिए हिंसा की रोकथाम और सेफ वर्किंग कंडीशंस पर सिफारिशें करने के लिए 10 सदस्यीय नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया। टास्क फोर्स में सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन समेत अन्य लोग शामिल हैं।
ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म
9 अगस्त को, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी के दौरान एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी। देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू होने के कुछ दिनों बाद, सुप्रीम कोर्ट ने मामले को अपने हाथ में लिया और टास्क फोर्स को तीन सप्ताह के भीतर अंतरिम रिपोर्ट और दो महीने के भीतर अंतिम रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया। कोर्ट ने कहा कि टास्क फोर्स लैंगिक हिंसा को रोकने और इंटर्न, रेजिडेंट और नॉन-रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए बेहतर वर्क प्लेस सुनिश्चित करने के लिए एक वर्क प्लान भी तैयार करेगी।
सीबीआई से मांगा स्टेटस
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से दुष्कर्म मामले में जांच की स्थिति पर एक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने को भी कहा। पश्चिम बंगाल सरकार से भी 14 अगस्त को आरजी कर अस्पताल में भीड़ के हमले की घटना पर एक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने को कहा। भीड़ ने कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में घुसकर इमरजेंसी डिपार्टमेंट, नर्सिंग स्टेशन और मेडिकल स्टोर में तोड़फोड़ व सीसीटीवी कैमरों को भी नुकसान पहुंचाया। यह तब हुआ जब अस्पताल के परिसर में हुए अपराध की जांच चल रही थी।
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