चाय और चूरन के ठेले लगाए
बॉलीवुड में शानदार अभिनय से अपना सिक्का जमाने वाले एक्टर अनु कपूर का मनना है कि एक कलाकार को आसानी से अपना लक्ष्य नहीं मिलता है। अनु कपूर ने बचपन में बहुत गरीबी का सामना किया है। इसलिए अनु ने 10वीं कक्षा के बाद पढा़ई छोड़ दी थी। इसके बाद वो चाय का ठेला लगाने लगे। इतना ही नहीं चूरन के नोट और लॉटरी की टिकटें भी बेचते थे। 10वीं की पढा़ई छेड़ने के बाद भी अनु ने 14 से ज्यादा बार वेद, कुरान और उपनिषद पढे़ हैं।
पैसों के लिए एडल्ट फिल्में भी कीं
अनू कपूर ने अपने फिल्मीं करियर को लेकर खुलासा किया था की मैं गलत लाइन में आ गया हूं। अनू कपूर ने बॉलीवुड में अपने करियर को महज एक कयास बताया। अनु का कहना है की मैं आईएएस बनना चाहता था पर बन नहीं पाया। परिवार की आर्थिक हालत ठीक ठाक न होने के कारण उन्होंने थिएटर की ओर रुख किया। उसके बाद उन्हें फिल्मों में एक्टिंग के ऑफर्स आने लगे। इतना ही नहीं परिवार की आर्थिक तंगी के चलते उन्हें एडल्ट फिल्में भी करनी पडी़ थीं।
बॉलीवुड में नहीं था कोई गॉडफादर
अनु कपूर के मुताबिक उनके फिल्मीं करियर के शुरुआत दिनों में किसी ने इंडस्ट्री में उनकी मदद नहीं की थी। अनु ने बताया की बॉलीवुड में उनका कोई गॉड फादर नहीं है। इस इंडस्ट्री में अनु ने अपनी जगह खुद के दम पर ही बनाई है। अनु ने कहा वो आज तक इंडस्ट्री में किसी के पास भी काम मांगने नहीं गए। यही वजह है कि फिल्में साइन करते वक्त वो कभी भी बैनर या डायरेक्टर नहीं देखते।
ओम पुरी को करते हैं नापसंद
अनु कपूर का मानना है की एक बडे़ अभिनेता होने के साथ आपका दिल भी बडा़ होना चाहिए। अनु कपूर की बहन सीमा ओम पुरी की पूर्व पत्नी थीं। अनु कपूर के मुताबिक उनकी बहन ने अपने जीवन में बहुत दुख देखे हैं। यही कारण है की अनु कपूर आज भी ओमपुरी को बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं।
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