'दिल आश्ना है' और 'दीवाना'
शाहरुख खान ने पहली बॉलीवुड फिल्म 'दिल आश्ना है' साइन की थी। इस फिल्म की निर्माता निर्देशक हेमामालिनी थीं। इसके बावजूद उनकी डेब्यु रिलीज बनी 'दीवाना'। दोनों ही फिल्मों में दिव्या भारती उनकी को स्टार थीं।
'बाजीगर' और 'डर'
बेशक शाहरुख फिल्मों में कामयाब हो गए थे लेकिन उन्हें सुपर स्टार बनने की बाजीगरी सिखाई फिल्म 'बाजीगर' और उसके बाद 'डर' फिल्म ने। इन दोनों फिल्मों में उनका ग्रे करेक्टर लोगों को बेहद पसंद आया।
'कभी हां कभी ना' और 'माया मेमसाब'
ये दोनों फिल्में ही शाहरुख और हिंदी सिनेमा के बदलते चेहरे और पहचान का आइना बनीं। 'कभी हां कभी ना' में युवा पीढ़ी के बदलते अहसासों का आइना था तो माया मेमसाब एक युवक के नाजुक अनुभवों को दिखाती थी।
'दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे'
ये वो फिल्म है जिसने शाहरुख को सुपर स्टार के जिस मुकाम पर बिठाया वहां से फिर उसे कोई और हिला ही नहीं सका। पिछले 22 सालों से इस फिल्म का जादू बरकरार है।
इन सात पड़ावों से गुजरे हैं शाहरुख और गौरी के सात फेरे
'करन अजुर्न'
दो सुपर खान सितारों के मिलने की ये इकलौती फिल्म आज भी लोगों को शाहरुख और सलमान खान की दोस्ती का कमाल दिखती है।
'दिल तो पागल है' और 'परदेस'
शाहरुख खान को किंग ऑफ रोमांस कहा जाता है तो इसका एक कारण यह दो फिल्में भी है।
'यस बॉस' और 'कुछ कुछ होता है'
भोलेपन, पागलपन और दीवानगी का डैडली कांबिनेशन क्या होता है ये जानना है तो आप 'यस बॉस' और 'कुछ कुछ होता है' जरूर देखें।
दिल से
अगर आप रूमानियत और प्यार में छुपी टीस से वाकिफ होना चाहते हैं फिल्म दिल से आप की पहली पसंद होगी।
'बादशाह'
इस फिल्म में कमाल की कॉमिक टाइमिंग, रोमांस और एक्शन इन सबने मिल कर शाहरुख को बॉलीवुड का बादशाह बना दिया।
'मोहब्बतें' और 'देवदास'
संजीदा और ईमानदार प्रेमी की जो इमेज शाहरुख ने आज कायम की है उसकी बुनियाद इन्हीं दोनों फिल्मों से पड़ी थी।
'चलते चलते' और 'कल होना हो'
और प्यार के इस मासूम मगर कमिटेड चेहरे का ये सफर 'चलते चलते' और 'कल हो ना हो' जैसी पिक्चरों में और पुख्ता हुआ।
'स्वदेस'
ये वो फिल्म थी जिसने शाहरुख को ना सिर्फ एक बार फिर शानदार अभिनेता साबित किया बल्कि उन्हें एक अलग लीग का एक्टर भी घोषित किया जिसने उनकी वर्सेलिटी को सामने रखा।
'मैं हूं ना' और 'वीर जारा'
भले ही लोग आमिर खान को कहते हों पर शाहरुख वो पहले अभिनेता थे जिसने उम्र के बढ़ने को स्वीकार करते हुए अपने रोल्स को ट्विस्ट किया और मेच्योर लव स्टोरीज में काम करना शुरू किया। ये दोनों फिल्में उसी समझदारी की शुरूआत थीं।
'डॉन' सीरीज
पहले 'डॉन' का रीमेक और फिर उसका सीक्वल दोनों फिल्में शाहरुख के एक्शन अवतार की झलक दिखाती हैं।
चक दे इंडिया
एक बार फिर संजीदा और सब्सटेंस वाली फिल्म में किंग खान ने अपना लोहा मनवाया।
क्यों नहीं बन सकते रणवीर, रणबीर और शाहिद जैसे एक्टर्स खान सितारों जैसे सुपर स्टार
'ओम शांति ओम' और 'रब ने बना दी जोड़ी'
अपने स्थापित होने के बाद शाहरुख अब मेंटर के रोल में आ चुके थे और इन दोनों फिल्मों में उन्होंने वो भूमिका बखूबी निभाई और दो कामयाब एक्ट्रेसेज को ब्रेक दिलवाया। दीपिका पादुकोण और अनुष्का शर्मा ने अपने करियर की शुरूआत शाहरुख के सफल गाइडेंस में की।
'माई नेम इज खान' और 'चेन्नई एक्सप्रेस'
उम्र के बाद अब नंबर था रोल्स में एक्सपेरिमेंट का तो सामने आये 'माई नेम इज खान' के रिजवान खान और 'चेन्नई एक्सप्रेस' में राहुल।
'फैन' से 'रईस'
फिल्म 'फैन' शाहरुख के लिए लोगों की दीवानगी का आईना थी तो अब उनकी आने वाली फिल्म 'रईस' उनके कामयाब सफर का चंहरा बनेगी।
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