विशेष स्थान पर
जी हां राजनीति के बड़े चेहरों में नेता परितला रविंद्र का नाम आज भी विशेष स्थान पर लिया जाता है। यह तेलुगुदेशम पार्टी के नेता आंध्रप्रदेश के कैबिनेट मंत्री रहे हैं। इन्हें लोग परितला रवि के नाम से भी पुकारते थे। इनका जन्म 30 अगस्त 1958 को हुआ था।
महज 17 साल के
परितला रविंद्र के पिता परितला श्रीरामुलू भी राजनीति से जुड़े थे। इनके पिता समाज और गरीबों के लिए काफी कुछ करते थे। वह नक्सलियों के नेता थे। 1975 में जब इनके पिता की हत्या हुई थी तब यह महज 17 साल के थे।
विधान सभा सदस्य
इसके बाद इन्होंने अपने पिता के कदमों पर चलते हुए तेलुगुदेशम पार्टी को ज्वाइन किया था। शुरुआती दौर में राजनीति में इन्हें काफी उतार चढ़ाव देखने पड़े थे। आंध्र प्रदेश में अनंतपुर जिले के विधायक परितला रवि 5 बार विधान सभा सदस्य के रूप में चुने गए थे।
गोली मारकर हत्या
राजनीति में सूर्यनारायण रेड्डी उर्फ मेडीलाचेरवू सूरी उनके विरोधी थे। परितला रविंद्र की जिस समय हत्या हुई थी उस समय वह राजनीति के चमकते चेहरों में एक थे। परितला रविंद्र गोली मारकर हत्या हो गई थी। हत्या के बाद अनंतपुर में काफी बवाल भी हुआ था।
नाम सामने आया
परितला रविंद्र की हत्या के मामले में कांग्रेस नेता सूरी के समर्थकों का नाम सामने आया था। सूर्यनारायण रेड्डी उर्फ मेडीलाचेरवू सूरी हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके में हुए बम विस्फोट के मामले की वजह से जेल भी गए थे।
'रक्त चरित्र'
परितला रविंद्र की पॉपुलेरिटी और राजनीतिक जीवन को गहराई से देखने के बाद बॉलीवुड फिल्म मेकर रामगोपाल वर्मा ने इन पर फिल्म बना डाली। इस राजनेता पर बनी फिल्म का नाम फिल्म 'रक्त चरित्र' है। इसमें विवेक ओबेरॉय, सूर्या और शत्रुघ्न सिन्हा हैं।
खूब पंसद किया
'रक्त चरित्र' फिल्म 2010 दो भागों में बनी। इस फिल्म को पूरे देश में खूब पंसद किया गया था। हालांकि में आंध्र प्रदेश में परितला रविंद्र को समर्थकों ने इसे जहां पसंद किया था वहीं सूर्यनारायण रेड्डी के समर्थकों ने इसका विरोध किया था।
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