कानपुर (इंटरनेट डेस्क )। King Charles III Coronation : किंग चार्ल्स III का पूरा नाम चार्ल्स फिलिप आर्थर जॉर्ज है। उनका जन्म 14 नवंबर 1948 को बकिंघम पैलेस में हुआ था। 20 साल की उम्र में उन्हें प्रिंस ऑफ वेल्स नाम दिया गया था। रूढ़िवादी शाही परिवार में किंग चार्ल्स III को अक्सर आधुनिकता का प्रतीक माना जाता रहा। वह पहले ब्रिटिश रॉयल थे, जिन्होंने होम स्कूलिंग नहीं की थी और इसकी जगह वेस्ट लंदन में हिल हाउस स्कूल में एडमिशन लिया। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने हिस्ट्री स्टडी के लिए यूके के ट्रिनिटी कॉलेज में एडमिशन लिया। वह 1970 में यूनिवर्सिटी की डिग्री लेने वाले पहले शाही बने।
लंबे समय तक सेवा करने वाले उत्तराधिकारी
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन तक, चार्ल्स फिलिप आर्थर जॉर्ज - प्रिंस चार्ल्स ब्रिटिश हिस्ट्री में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले उत्तराधिकारी थे।
वह इतिहास में 73 वर्ष की आयु में गद्दी संभालने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति भी हैं। 8 सितंबर को, वह चार्ल्स के नाम से पदभार संभालने वाले ब्रिटेन के इतिहास में तीसरे सम्राट बने। उनसे पहले, चार्ल्स फर्स्ट 1625 में सिंहासन पर चढ़े और 1649 तक सम्राट के रूप में शासन किया। राजा चार्ल्स सेकेंड ने 1660 में गद्दी संभाली और उनका शासन 1685 तक जारी रहा।
ब्रिटिश क्राउन के लिए उत्तराधिकारी लाइन
किंग चार्ल्स III के बाद ब्रिटिश राजशाही में उत्तराधिकार की रेखा में उनके सबसे बड़े बेटे प्रिंस विलियम और उनकी पत्नी केट, डचेस ऑफ कैम्ब्रिज, सिंहासन के उत्तराधिकारी होंगे। उनके बाद कैम्ब्रिज के प्रिंस जॉर्ज, कैम्ब्रिज की राजकुमारी शार्लोट और कैम्ब्रिज के प्रिंस लुइस होंगे।
रिलेशन एंड डिवोर्स
किंग चार्ल्स III, तलाक के बाद सिंहासन पर बैठने वाला पहले उत्तराधिकारी हैं। उनका विवाह लेडी डायना स्पेंसर से हुआ था। हालांकि 1992 में प्रिंस चार्ल्स और राजकुमारी डायना अलग हो गए। डायना ने ब्रेकअप के लिए कैमिला पार्कर बाउल्स को दोषी ठहराया था। किंग चार्ल्स III का डायना के साथ विवाह 1996 में समाप्त हो गया।
एक बेहतरीन पेंटर भी हैं
अप्रैल 2005 में किंग चार्ल्स III ने कैमिला से शादी की, औपचारिक रूप से उन्हें डचेस ऑफ कॉर्नवाल बना दिया। किंग चार्ल्स III भी एक बेहतरीन पेंटर हैं। उन्होंने एक से बढ़कर एक डिजाइन बनायी है। वह स्पेशल वाटर कलर का यूज करते हुए पेंट करते हैं। यह हकीकत में यूके में सबसे ज्यादा बिकने वाले पेंटर में हैं। पीपुल मैगजीन के अनुसार, 1997 से उनकी कलाकृति की बिक्री 3 मिलियन अमरीकी डालर है। पेटिंग की बिक्री से आया पैसे का सबसे अधिक पार्ट प्रिंस ऑफ वेल्स के चैरिटेबल फाउंडेशन को जाता है।
International News inextlive from World News Desk