इन दोनों का चयन अर्जुन अवॉर्ड और खेल रत्न समिति ने किया है. एथेंस ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले निशानेबाज़ राज्यवर्धन सिंह राठौर इस समिति के अध्यक्ष हैं.
भारतीय सेना में सूबेदार पद पर कार्यरत विजय कुमार ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, ''मुझे खेलों में सर्वोच्च उपलब्धि का सम्मान मिला. मैंने लंदन से हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से बात की थी और उन्होंने मेरा नाम आगे बढ़ाया था. ये मेरे करियर का सबसे बड़ा सम्मान है.''
बेहतर प्रदर्शन की प्रेरणा
राजीव गांधी खेल रत्न देने की अनुशंसा पर योगेश्वर दत्त ने कहा, ''ये मेरे लिए गौरव का क्षण है. मुझ में भरोसा जताने वाले देश के सभी लोगों का मैं शुक्रगुज़ार हूं. इससे मुझे भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी. ये सिर्फ कुश्ती में बड़ी बात नहीं है, बल्कि तमाम खेलों के लिए बड़ी बात है.''
योगेश्वर दत्त ने भारत को लंदन ओलंपिक का पाँचवा पदक दिलाया था. उन्होंने 60 किलोग्राम फ्री-स्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीता.
योगेश्वर की ये जीत इसलिए भी खास थी कि उन्हें रिपीचेज राउंड में दो मैच और फिर कांस्य पदक के लिए एक मैच खेलना पड़ा.
यानि लगातार तीन मैच जीतकर उन्होंने कांस्य पदक अपने नाम किया.
क्रिकेट खिलाड़ी क्लिक करें युवराज सिंह उन 25 खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किया गया है.
खेल मंत्रालय आगामी कुछ ही दिनों में पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा कर सकता है.