केजरीवाल कहा धन्यवाद
राजधानी दिल्ली को प्रदूषण मुक्त शहर बनाने की दिशा में दिल्ली सरकार का महत्वाकांक्षी सम-विषम फॉर्मूला शुक्रवार सुबह आठ बजे से शुरू हो गया है। देश में पहली बार प्रयोग के तौर पर शुरू 15 दिन के इस फॉर्मूले के तहत निर्धारित नंबर की ही निजी कारें सडक़ों पर आएंगी। लोगों के इस दिशा में सहयोग को देख कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बेहद खुश हैं। उन्होंने लोगों से कार पूलिंग कर अपने-अपने काम पर पहुंचने की अपील की थी और खुद भी कार पूलिंग कर अपने ऑफिस पहुंचे। केजरीवाल ने ट्वीट करके दिल्ली के लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि लोगों ने इस फॉर्मूले को दिल से अपनाया है।
Delhi has done it! Reports so far v encouraging. Delhiites! U give me hope that U are capable of achieving big challenges
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 1, 2016
कल ही कर दी तैयारी पूरी होने की घोषणा
दिल्ली सरकार ने इस संबंध में सभी तैयारियां पूरी होने की जानकारी कल ही शहर के लोगों को देते हुए उनसे अपील की थी कि वो निर्धारित दिन को सम-विषम फॉर्मूले के तहत ही गाड़ी लेकर निकलें। इस नए प्रयोग पर पूरे देश की नजर है। दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को कहा कि शुक्रवार को नए साल की शुरुआत के साथ ही सरकार सम-विषम अभियान के जरिये कोशिश करेगी कि राजधानी की जनता को रहने के लिए नया माहौल दिया जाए। इस दौरान उन्होंने भाजपा व अन्य राजनीतिक दलों और संगठनों द्वारा अभियान का विरोध किए जाने पर कहा कि जनता के हित में शुरू किया जाने वाला यह अभियान सफल होगा। इसे कोई नहीं रोक सकता है।
परिवहन मंत्रालय ने पूरी सुविधा देने का किया वादा
राय ने दिल्ली वालों से अपील की कि वो सरकार का सहयोग करते हुए निर्धारित दिन को सम-विषम फॉर्मूले के तहत ही गाड़ी लेकर निकलें। उन्होंने कहा कि अभियान शुरू होने के बाद सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर जो अतिरिक्त दबाव बढ़ेगा, उससे निपटने के लिए मेट्रो ट्रेनें अतिरिक्त फेरे लगाएंगी। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के बेड़े में शामिल 4600 बसों के अलावा अनेक स्कूली बसें भी सडक़ों पर उतरेंगी। क्लस्टर सेवा के तहत चल रहीं 1600 बसें और स्पेशल परमिट के तहत करीब तीन हजार बसें भी राजधानी के अलग-अलग रूटों पर चलेंगी। नोएडा व गुडग़ांव के लिए रोहिणी, द्वारका, कश्मीरी गेट, शाहदरा से अलग-अलग स्पेशल बसें चलेंगी।
क्या है सम विषम फार्मूला
इस फॉर्मुले के तहत सम श्रेणी में वे वाहन आयेंगे जिन गाडिय़ों की नंबर प्लेट का आखिरी अंक 0, 2, 4, 6 और 8 होगा और विषम श्रेणी में जिनकी नंबर प्लेट का आखिरी अंक 1, 3, 5, 7 और 9 होगा। इसके तहत सम तारीख यानी 2, 4, 6, 8, 10, 12, 14 आदि तारीख को सिर्फ सम नंबर से पंजीकृत कारें चलेंगी। विषम तारीख यानि 3, 5, 7, 9, 11 आदि को विषम नंबर से पंजीकृत कारें चलेंगी। सम-विषम योजना के उल्लंघन पर 2000 रुपये का चालान काटा जाएगा। वाहन जब्त नहीं होगा।
ये नियम रविवार को छोडक़र सभी दिन लागू होगा।
किन्हें मिलेगी छूट
सभी दो पहिया वाहनों को, सीएनजी वाहन को पर उन पर सर्टिफाइड स्टीकर लगाना होगा अनिवार्य। बिजली से चलने वाली और हाईब्रिड गाडिय़ों को, महिला चालक वाली कारें को जिनके साथ के पुरूष यात्री की आयु 12 साल से कम होनी चाहिए। इसके अलावा राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, लोकसभा व राज्यसभा के सभापति व उप सभापति की गाडिय़ों को भी छूट मिलेगी। केंद्रीय मंत्रियों, संसद में विपक्ष के नेता, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की गाडिय़ां, दिल्ली को छोडक़र अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों की भी गाडिय़ां भी इस फॉर्मूले से मुक्त होंगी। हाई कोर्ट के जज और लोकायुक्त को भी इसमें शामिल किया गया है। आवश्यक वाहनों को भी इस छूट में शामिल किया जा सकता है। पुलिस, आर्मी, एंबुलेंस, अशक्त चालकों को इससे छूट मिल सकती है।
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