खुद को रिइनवेंट कर रही है ब्लैकबेरी
कुछ सालों पहले तक ब्लैकबेरी और बीबीएम अपने आप में स्टेटस सिंबल थे. बेशक बीबीएम से ही मैसेजिंग सर्विस की शुरुआत हुई लेकिन आज बहुत कुछ बदल गया है. वाट्सऐप, लाइन, वाइबर और वीचैट जैसे ढेरों मैसेजिंग एप्स मार्केट में अवेलेबल हैं. खास बात यह है कि ब्लैकबेरी ने बीबीएम को सिर्फ अपने यूजर्स तक ही लिमिटेड रखा. वहीं दूसरी मैसेजिंग सर्विसेस सभी एंड्रॉयड और आईफोन यूजर्स के लिए भी थीं. यहीं ब्लैकबेरी और बीबीएम ने मात खाई क्योंकि पिछले कुछ सालों में एंड्रॉयड फोन यूजर्स की संख्या में बहुत इजाफा हुआ है. शायद अब ब्लैकबेरी को यह अहसास हो गया है कि खुद को एक दायरे में बांधकर इंडिया के ग्रोइंग स्मार्टफोन मार्केट में सस्टेन करना नामुमकिन है. इसलिए अब कंपनी ने बीबीएम को सभी विंडोज फोन यूजर्स के लिए ओपेन कर दिया है.

डेस्कटॉप पर भी होगा बीबीएम!
ब्लैकबेरी ने बीबीएम की मार्केटिंग का बेहद अपीलिंग आईडिया ढूंढ निकाला है. कंपनी बीबीएम को एक 'सिक्योर कम्युनिकेशन ऐप' बताकर इसका रेलेवेंस साबित करने की पुरजोर कोशिशों में जुट गई है. ब्लैकबेरी का मकसद गवर्नमेंट एजेंसियों और दूसरे रेग्युलेटेड सेक्टर के कंज्यूमर्स को टार्गेट करना है. इसके साथ ही कंपनी डेस्कटॉप पर भी बीबीएम अवेलेबल कराने की तरकीबें ढूंढ रही है. इससे ऑफिस और वर्कप्लेस में एंप्लॉइज को इंटर्नल क्मयुनिकेशन में आसानी होगी.

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