कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Karwa Chauth 2024: करवा चौथ का त्योहार जिसे करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस साल करवा चौथ 20 अक्टूबर दिन रविवार को मनाया जा रहा है। इस दिन मैरिड वूमेन अपने पति की बेहतर हेल्थ व लंबी उम्र के लिए पूरे दिन व्रत रखती हैं। यह व्रत काफी कठिन होता है क्योंकि वूमेंस चांद देखने के बाद ही इस व्रत को तोड़ती हैं।

प्रेग्नेंट या ब्रेस्ट फीड कराने वाली वूमेन

प्रेग्नेंसी के दौरान या बेबी फीडिंग के दौरान व्रत करने से मां और बच्चे दोनों को जरूरी न्यूट्रीशन और फ्लूड नहीं मिल पाते हैं। प्रेग्नेंट या फीडिंग कराने वाली वूमेन के लिए अपने और अपने बच्चे दोनों की हेल्थ के लिए बैलेंस्ड डाइट मेनटेन रखना जरूरी है।

ओल्ड लेडीज

ओल्ड लेडीज को खाने-पीने से जुड़ी और हेल्थ से जुड़ी चिंताएं हो सकती हैं। व्रत करने से उनकी बॉडी में जरूरी न्यूट्रीशन की कमी हो सकती है जिससे उनका करेंट हेल्थ स्टेट्स और भी खराब हो सकता है।

डायबिटिक पेशेंट

करवा चौथ व्रत ब्लड शुगर के लेवल को काफी हद तक प्रभावित कर सकता है। डायबिटीज पेशेंट खास तौर पर वे लोग जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए दवाएं लेते हैं, उन्हें व्रत करने से पहले किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल से एडवाइज लेनी चाहिए।

हाइपरटेंशन

हाइपरटेंशन यानी कि हाई ब्लड प्रेशर के पेशेंट को भी करवा चौथ के व्रत से परेशानी हो सकती है। उन्हें भी व्रत करने से पहले किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल से एडवाइज लेनी चाहिए।

किडनी और हार्ट पेशेंट

हार्ट डिजीज वाली वूमेंस को भी व्रत करने से बचने की सलाह दी जा सकती है। वहीं किडनी की बीमारी वाले लोगों को फ्लूड के बारे में सतर्क रहने की जरूरत हो सकती है। लंबे समय तक बॉडी में फ्लूड न जाने से किडनी की समस्याएं बढ़ सकती हैं।

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