एक व्यक्ति ने खुद को बैंक कर्मचारी बता कर उनसे 12,000 रुपए ठग लिए.

दरअसल अप्रैल के दूसरे हफ़्ते में कार्ड रिन्यूवल के नाम पर पुलिस महानिदेशक से उनके कार्ड नंबर और एटीएम पिन नंबर की जानकारी मांगी गई.

जब डीजीपी साहब भी धोखा खा गए!

बैंक और पुलिस विभाग लोगों को बार-बार अपने खाते की जानाकारी किसी को भी न देने का आग्रह करता है.

लेकिन इसके बावजूद डीजीपी ओम प्रकाश ने क्रेडिट कार्ड अकाउंट की सारी जानकारी ठगों को दे दी.

शिकायत

चंद मिनटों में ही डीजीपी को बैंक का मैसेज आया कि उनके खाते से 12,000 रुपए निकाल लिए गए हैं.

प्रकाश ने फौरन पहले तो अपना कार्ड ब्लॉक करवाया और फिर सीआईडी के साइबर पुलिस विभाग में औपचारिक शिकायत दर्ज करवाई.

साइबर पुलिस विभाग के डीआईजी हेमंत नीमाल्कर ने बीबीसी को बताया, ''हमने अशरफ़ अली और दीप कुमार नाम के दो शख्स को गिरफ्तार किया है. इस समय हम बस इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि इसमें पूरी गैंग शामिल है.’’

जब डीजीपी साहब भी धोखा खा गए!

डीजीपी ने पूरे प्रकरण पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

साइबर पुलिस विभाग ने मामले में अभियुक्त व्यक्ति को चेन्नई में उसी मोबाइल फ़ोन की जानकारी की मदद से हिरासत में लिया जिस फोन से वह डीजीपी को कॉल करता था.

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