सबसे लोकप्रिय वेपंस
दुनिया को एके-47 राइफल देने में कलाश्निकोव का योगदान है, उन्होंने ने ही यह हथियार बनाया है. शायद इसीलिए एके-47 राइफल को कलाश्निकोव भी कहते हैं. जिससे आज पूरी दुनिया परिचित है. सबसे खास बात तो यह है कि यह राइफल एशिया व अफ्रीका महाद्वीप में सुरक्षा बलों के साथ-साथ आतंकी संगठनों के बीच भी लोकप्रिय है. जानकारी के मुताबिक कंपनी ने कंपनी की नये सिरे से ब्रांडिंग की है, जिसकी पहल में 3,80,000 डॉलर से अधिक की राशि खर्च की गई है.हालांकि इस पूरे विश्व में फेमस इस बंदूक को विकसित करने वाले मिखाइल कलाश्निकोव का पिछले साल निधन हो चुका है.
10 करोड़ बिकी रायफल
कलाश्निकोव के नए लोगो में ‘सीके’ काले व लाल रंग में लिखा गया है। इसका विस्तार ‘कलाश्निकोव कंसर्न’ है जिसे कंपनी अपना नया नाम बता रही है. कंपनी का कहना है कि ये रंग पश्चिम सर्बिया में उदमुर्तिया के झंडे से लिए गए हैं जहां कलाश्निकोव का मुख्य कारखाना है. इसके साथ ही इस हथियार कंपनी ने नया स्लोगन भी अपनाया है. अंग्रेजी में यह स्लोगन शांति की रक्षा (प्रोटेक्टिंग पीस) और रूसी भाशा में शांति के हथियार (वेपंस ऑफ पीस) निकलता है. इसके साथ ही कंपनी ने फैशन बाजार में उतरते हुए कुछ और नए उत्पाद पेश किए हैं. ऐसा माना जाता है कि दुनिया में 10 करोड़ से अधिक कलाश्निकोव राइफल बिकी हैं.
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