मुंबई (मिड-डे)। मेल और फीमेल एक्टर्स के बीच सैलरी के अंतर को लेकर वेस्ट में काफी गर्म बहस चल रही है और अब इसको लेकर बॉलीवुड में भी चर्चा शुरू हो गई है जहां इसे मिक्स्ड रिव्यूज मिले हैं। कई लोगों का मानना है कि सैलरी बराबर होनी चाहिए वहीं बहुत से लोगों का यह भी कहना है कि यह बॉक्स ऑफिस पर कमाई करने की पाॅवर पर डिपेंड करना चाहिए।

काजोल बोलीं मैं तो सैलरी पर ध्यान ही नहीं देती

अपनी अगली मूवी तानाजी: द अनसंग वॉरियर प्रमोट करने के दौरान इंडस्ट्री की टॉप एक्ट्रेसेस में से एक मानी जाने वाली काजोल ने कहा, 'सैलरी के गैप पर मैं ज्यादा ध्यान नहीं देती हूं। मेरा मानना है कि इसका कनेक्शन इंडस्ट्री की इकोनॉमिक्स से है।' हालांकि इस मौके पर वह यह जोड़ना भी नहीं भूलीं कि ऑडियंस की देखने की आदतों में भी बदलाव आ रहा है। काजोल का कहना था, 'बीते कुछ सालों में ऑडियंस काफी बदल गई है।'

धीरे-धीरे ही सही लेकिन चीजें पहले से बेहतर हो रही हैं

काजोल ने आगे कहा, 'धीरे-धीरे ही सही पर यकीनन चीजें बेहतर हो रही हैं।आजकल फिल्ममेकर्स हर तरह के सब्जेक्ट्स पर मूवीज बना रहे हैं और वे चल भी रही हैं।ऑडियंस को एक वुमन-ओरियंटेड फिल्म को भी 200-300 करोड़ रुपए कमाने का मौका देना चाहिए।' फीमेल एक्ट्रेसेस को मिल रहे लीड रोल्स को देखते हुए इस एक्ट्रेस का कहना है कि वक्त का पहिया सही घूम रहा है।

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