नई दिल्ली (आईएएनएस)। कोरोना वायरस महामारी को लेकर देश भर में चल रहे लॉकडाउन के बीच जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) इन दिनों अपने स्टूडेंट्स लगातार वेबिनार आयोजित कर रहा है। एक वेबिनार में रामायण के माध्यम से लीडरशिप का पाठ पढ़ाया गया, जिसपर वामपंथी नेतृत्व वाले जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) आग बबूला हो गया। छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय प्रशासन को उसकी 'प्राथमिकताओं' के लिए निशाना बनाया है और दावा किया है कि वाईस चांसलर गंभीर मुद्दों पर नेतृत्व करने में रहे हैं। जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइश घोष की ओर से साझा किए गए एक मजबूत शब्द में छात्र संगठन ने कहा, 'हम निश्चित रूप से उम्मीद करते हैं कि जहां भी जेएनयू प्रशासन और कुलपति अपने नेतृत्व को आगे बढ़ाने में लगे हैं, यह उन्हें जेएनयू में छात्रों और कर्मचारियों के सामने आने वाले मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा।'
गंभीर मुद्दों पर नेतृत्व की विफलता
छात्र संघ ने आगे कहा, 'अब तक यूनिवर्सिटी में गंभीर मुद्दों पर नेतृत्व की विफलता रही है। लीडरशिप के लिए आपको सेवा करने के लिए सौंपे गए घटकों के लिए जिम्मेदारी और देखभाल की भावना की आवश्यकता होती है।' उन्होंने कहा कि जेएनयू के कुलपति वेबिनार के संचालन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वे परिसर में अन्य जिम्मेदारियों की अनदेखी कर रहे हैं। जेएनयूएसयू ने प्रशासन पर छात्रों के विचारों को ध्यान में रखे बिना एक अकादमिक कैलेंडर बनाने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'प्रशासन शास्त्रों पर आधारित ऑनलाइन सेमिनारों में अपना समय खर्च करने के बजाय अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपना ध्यान केंद्रित करे। हमारी मांग है कि जेएनयू प्रशासन शिक्षाविदों में अंतराल से संबंधित मुद्दों के बारे में स्टेकहोल्डर्स से बात करे और जल्द से जल्द यूनिवर्सिटी में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले मजदूरों को राहत प्रदान करे।' उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में काम करने वाले तमाम स्वच्छता कर्मचारी व मजदूरों को पिछले तीन महीने से कोई पैसा नहीं मिला है, इसपर लीडरशिप को ध्यान देना चाहिए।
काफी चर्चा में रहा है जेएनयूएसयू
बता दें कि जेएनयूएसयू काफी चर्चा में रहा है। देश की राजधानी में स्थित जेएनयू में रविवार 5 जनवरी को नकाबपोश बदमाशों द्वारा हमला हुआ था। इसमें जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष समेत 18 से अधिक स्टूडेंट घायल हुए थे। एएनआई के मुताबिक 4 जनवरी को सर्वर रूम में तोड़फोड़ व मारपीट करने के लिए जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष और 19 अन्य (आरोपी कॉलम में नाम नहीं, लेकिन विस्तार सूची में) के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर 5 जनवरी को एफआईआर दर्ज की थी।
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