नई दिल्ली (पीटीआई)। JNU Violence: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की ओर से जेएनयू हिंसा पर साझा की गई जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि इससे 'वामपंथी मंसूबे' बेनकाब हो गए हें और उन्होंने उस पर कैंपस को राजनीतिक अखाड़ा बनाने का आरोप भी लगाया।
ट्वीट कर रखी अपनी बात
कपड़ा और महिला व बाल विकास मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि 'जेएनयू में लेफ्ट का मंसूबा बेपर्दा हुआ। उन्होंने हाथापाई की भीड़ का नेतृत्व किया, सार्वजनिक संपत्ति जिसकी कीमत करदाताओं ने चुकाई है को नष्ट किया, नए छात्रों को दाखिला लेने से रोका, परिसर को राजनीतिक युद्ध के मैदान की तरह इस्तेमाल किया। दिल्ली पुलिस के सबूत जारी करने के बाद #LeftBehindJVUViolence अब सबको पता चल गया है।'
Left design in JNU unmasked. They led mobs of mayhem, destroyed public property paid for by taxpayers, disallowed new students from being enrolled, used the campus as a political battleground. #LeftBehindJNUViolence becomes public knowledge as @DelhiPolice releases evidence.
— Smriti Z Irani (@smritiirani) January 10, 2020
JNU Violence: दिल्ली पुलिस का दावा, 9 संदिग्धों की हुई पहचान, जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष का भी नाम
प्रकाश जावड़ेकर बोले, पुलिस सामने लाई सच्चाई
5 जनवरी को जेएनयू परिसर में हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस के संदिग्धों की पहचान के दावे के बाद केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि पुलिस ने सच्चाई को सामने ला दिया हे, यह साफ है कि वामपंथी छात्र संगठन हिंसा में शामिल थे।
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