रांची (ब्यूरो) । फार्मेसी के क्षेत्र में उपयुक्त जानकारी और जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। सरला बिरला यूनिवर्सिटी में पठन-पाठन के अलावा इस दिशा में सराहनीय पहल हो रही है और हमारे प्रयास निरंतर जारी हैं। यह बातें सरला बिरला विश्वविद्यालय के महानिदेशक प्रो गोपाल पाठक ने अपने संबोधन के दौरान कहा। वे मंगलवार को एसबीयू के फार्मेसी विभाग द्वारा वर्ल्ड फार्मेसी डे के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम मीटिंग ग्लोबल हेल्थ नीड्स में बोल रहे थे। फार्मा को जेनोमिक्स और फार्मेसी की भूमिका के विषय में भी उन्होंने उपस्थित श्रोताओं को विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में बीआईटी मेसरा के फार्मेसी विभाग की प्रमुख डॉ पापिया मित्रा मजूमदार, एफडीए के संयुक्त निदेशक सुमंत कुमार तिवारी समेत सहायक निदेशक रामकुमार झा ने भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1945 के विषय में विस्तार से बताया। डॉ पापिया ने फार्मेसी के क्षेत्र में अवसरों और रिसर्च की जानकारी दी।

यात्रा पर प्रकाश डाला

इस अवसर पर एसबीयू के प्रभारी कुलपति माननीय एसबी डांडीन ने संस्थान में फार्मेसी विभाग की स्थापना से लेकर अब तक की यात्रा पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक की भी प्रस्तुति की गई। संचालन डॉ शुभ्रजीत मंत्री और धन्यवाद भाषण निशा सिंह ने दिया। इस अवसर पर आशुतोष द्विवेदी, डॉ शैलेश नारायण, सबिता कुमारी, पल्लवी रानी, अंजलि मिश्रा समेत विवि के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित हुए। विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति बिजय कुमार दलान और सांसद डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने इस कार्यक्रम के आयोजन पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।