रांची (ब्यूरो) । सीबीएसई, सीओई, पटना के कैपिसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के तहत जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली के दयानंद प्रेक्षागृह में पांच घंटे का एक दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शुरुआत प्राचार्य समरजीत जाना, फिरायालाल पब्लिक स्कूल के प्राचार्य नीरज कुमार सिन्हा और सुरेन्द्रनाथ सनेट्ररी पब्लिक स्कूल की प्राचार्या समिता सिन्हा द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई। इस कार्यशाला में सीबीएसई स्कूल के सेवन सिस्टर एकेडमी स्कूल, विद्या मंदिर पब्लिक स्कूल नगड़ी, हॉली क्रॉॅस स्कूल रांची और गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल, बोकारो के साठ शिक्षकों ने हिस्सा लिया। प्रशिक्षु शिक्षकों को समूह में बांट कर क्रियाकलापों के माध्यम से कौशल प्रशिक्षित किया गया।

जीवंत प्रस्तुत किया

तत्पश्चात् रिसोर्स पर्सन के रूप में नीरज कुमार सिन्हा एवं समिता सिन्हा ने 4 मॉड्यूल में सक्रिय शिक्षण का अनावरण सार्थक जुड़ाव को अपनाना, सक्रिय सीखने के लिए आकर्षक रणनीति बनाना, एक प्रभावी शिक्षण सक्रिय शिक्षण योजना तैयार करना, सक्रिय शिक्षण में विभाजन पर विस्तृत रूप से चर्चा की। उन्होंने ऑडियो, वीडियो और संवाद द्वारा विषय को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। रिसोर्स पर्सन ने बताया कि सक्रिय शिक्षण एक छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण है जिसमें छात्र सीखने की प्रक्रिया में शामिल होते हैं। प्रशिक्षक सुविधाकर्ता होते हैं और छात्रों को बातचीत करने, जुडऩे और चिंतन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। जब छात्र ऐसे कोर्सवर्क में शामिल होते हैं तो वे पारंपरिक व्याख्यान से परे संलग्न और सक्रिय होते हैं जिससे ब'चे सक्रिय रूप से सीख रहे होते हैं। प्राचार्य समरजीत जाना ने कहा कि सक्रिय शिक्षण से कक्षा में उत्साह का सृजन होता है। विद्यार्थी तब अधिक सीखते हैं जब वे सीखने की प्रक्रिया में भाग लेते हैं।