रांची(ब्यूरो)। सिटी में नगर निगम ने पेयजल के लिए शहर के अलग-अलग वार्ड में 1600 मिनी एचवाइडीटी का निर्माण किया है। यहां निगम ने बोरिंग कराने के साथ ही पानी की टंकी भी लगाई है। पहले इन जगहों से जो भी लोग पानी पीते थे, उनके मोटर की देखरेख के साथ यहां के बिजली बिल का भुगतान भी सरकार करती थी। लेकिन नए नियम के अनुसार, अब यहां से जो भी व्यक्ति पानी पिएंगे, उन्हें ही इसका बिल भुगतान करना होगा। उन्हे बिजली बिल खुद देना होगा।

सात लोगों की टीम बनेगी

मिनी एचवाइडीटी की देखरेख के लिए अब हर वार्ड में सात सदस्यीय लाभुक समिति बनाई जाएगी। इस कमेटी में एक अध्यक्ष और छह सदस्य होंगे। इनकी देखरेख में ही इसका संचालन किया जाएगा। अगर कभी यहां कुछ खराबी आती है तो इस कमेटी के आग्रह पर ही इसकी मरम्मत नगर निगम कराएगा। वहीं मरम्मत के बाद लाभुक समिति की अनुशंसा पर ही निगम इसकी मरम्मत करने वाली एजेंसी को राशि का भुगतान करेगा।

कई जगह मशीन खराब

भीषण गर्मी में पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है। यह हाल किसी एक स्थान का नहीं है, बल्कि सिटी के कई इलाकों में पानी संकट बना हुआ है। नगर निगम क्षेत्र के लोग पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। हालांकि नगर निगम वैसे क्षेत्रों में जहां पानी की किल्लत हो रही है, वहां के सभी वार्डों के मोहल्लों में दो से तीन बार पानी पहुंचाने का काम कर रहा है। फिर भी लोगों की पानी की जरूरत पूरी नहीं हो रही है। कई स्थानों पर एचवाईडीटी और मिनी एचवाईडीटी लगवाया गया है, लेकिन पानी लगातार निकलने से मोटर खराब हो चुका है। इस कारण यह भी काम नहीं आ रहा है। मरम्मत नहीं होने की वजह से आसपास के लोगों को पानी के लिए भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

टंकी में नहीं जा रहा पानी

मोटर खराब होने की वजह से टंकी में पानी नहीं जा रहा है। इससे आम नागरिकों की पानी की जरूरत पूरी नहीं हो रही है। लोगों को पानी लाने के लिए दूर जाना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि यहां पानी की बर्बादी बहुत होती थी। लोग बेवजह गाड़ी, कपड़ा धोने, पाइप लगाकर अपने-अपने घरों में पानी ले जाने, घंटों नहाने के लिए लगातार देर तक मोटर चलाकर छोड़ देते हैं, जिस कारण मोटर जल गया है। कई बार मना करने के बाद भी लोग नहीं समझते हैं। वहीं, मोटर जब से खराब हुआ है, इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं आ रहा है।

पावर कट भी परेशानी

सिटी में बिजली की समस्या लगातार बनी हुई है। हर दिन लोड शेडिंग हो रही है। घंटों लाइट गुल रहने से पानी के लिए परेशानी बढ़ गई है। जिन इलाकों में एचवाईडीटी से पानी मिलता है, वहांं पूरे दिन पानी के लिए लंबी लाइन लग रही है। बिजली नहीं रहने के कारण मोटर पूरे दिन नहीं चल पा रहा। इस कारण टंकी भी पूरा नहीं भर पा रहा है और लोग भी पानी नहीं ले पा रहे। कड़ी धूप में लोग पानी के साथ बिजली का भी इंतजार करने को विवश हैं, ताकि मोटर चले और एक बाल्टी पानी भरा जा सके। कांटाटोली, डोरंडा, हिंदपीढ़ी, मधुकम, पंडरा समेत अन्य सभी इलाकों में ऐसी परेशानी देखी जा रही है।

टाइम से नहीं पहुंच रहा टैंकर

सिर्फ एचवाईडीटी और मिनी एचवाईडीटी ही समस्या नहीं है, बल्कि लोगों तक भेजा जाने वाला वाटर टैंकर भी परेशानी खड़ा कर रहा है। लोगों तक समय समय से पानी नहीं पहुंच रहा है। इससे भी लोग परेशान हो रहे हैं। जिस वार्ड में सात से आठ टैंकर पानी पहुंचाने की जरूरत है वहां भी सिर्फ एक या दो टैंकर ही पानी भेजा जा रहा है। टैंकर आते ही लोगों की भीड़ जमा हो जाती है। कई बार तो पानी के लिए मारामारी की भी नौबत आ जाती है। इन दिनों मुहल्लों में पानी पहुंचाने का दायित्व सुपरवाइजर ही निभा रहे हैं। पानी की विकट समस्या हो गई है। एक गाड़ी पानी दस से बीस मिनट में ही खत्म हो जाता है। दोबारा पानी लाने में काफी समय लग जाता है। गाड़ी की समस्या भी सामने आ रही है।