रांची(ब्यूरो)। वाहो वाहो गोविंद सिंह, आपे गुर चेला,सतगुर आगै शीश भेट देहो, खालसा अकाल पुरख की फौज परगटयो खालसा परमात्म की मौजशबद गायनों से कृष्णा नगर कॉलोनी का माहौल गोविंदमय हो गया। मौका था वैशाखी गुरु पर्व के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय महान गुरमत समागम का, जहां गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सत्संग सभा एवं गुरुनानक सेवक जत्था द्वारा गुरुद्वारा श्री कृष्णा नगर कॉलोनी, रातू रोड में आयोजन किया गया। 8 बजे से विशेष दीवान सजा। जिसमें विशेष रूप से पधारे सिख पंथ के महान कीर्तनी जत्था भाई साहब भाई तवनीत सिंह जी चंडीगढ़ वाले एक से बढ़कर एक शबद गायनों से साध संगत को निहाल कर दिया। इससे पहले शुरुआत स्त्री सत्संग की शीतल मुंजाल द्वारा तेरे बिन अवर ना जांड़ा कोई व मेरे साहिबा मेरे साहिबाशबद गायन से हुई। हजूरी रागी जत्था भाई महिपाल सिंह जी एवं साथियों ने वाहो वाहो गोबिंद सिंह जी, कलगियां वाले गोविंद सिंह जीएवं देह शिवा वर मोहे इहे शुभ करमन ते कबहूं ना टरौ शबद गायन किया।
रात 11:30 बजे विशेष दीवान संपन्न
विशेष रूप से पधारे सिख पंथ के महान कीर्तनी जत्था भाई साहब भाई तवनीत सिंह जी चंडीगढ़ वाले ने साध संगत को वाहेगुरु का जाप भी कराया। श्री आनंद साहिब जी के पाठ, अरदास, हुकुम नामा एवं कड़ाह प्रसाद वितरण के साथ दीवान की समाप्ति रात 11:30 बजे हुई। मंच संचालन गुरु घर के सेवक मनीष मिढा ने किया। गुरुघर के सेवक पवनजीत सिंह द्वारा यूट्यूब चैनल मेरे साहिब पर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। मौके पर गुरु का अटूट लंगर भी चलाया गया।
समागम का समापन आज
आज के दीवान में मुख्य रूप से सुंदर दास मिढा, हरविंदर सिंह बेदी, अशोक गेरा, सुरेश मिढा, प्रेम मिढा, लक्ष्मण सरदाना, लक्ष्मण दास मिढा समेत अन्य शामिल थे। मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने बताया कि तीन दिवसीय समागम का अंतिम दीवान कल सुबह 10 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक सजेगा।