रांची (ब्यूरो)। अगर आप भी आग बुझाना चाहते हैं तो तैयार हो जाइए। राजधानी रांची सहित राज्यभर के अग्निशमन विभाग में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो रही है। राज्य अग्निशमन विभाग में करीब 500 अधिकारी-कर्मचारियों की बहाली प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए सभी जिलों के अग्निशमन विभाग से रिक्तियों का ब्यौरा मांगा जा रहा है। इसका आकलन करने के बाद वैकेंसी निकाली जाएगी। नियुक्ति प्रक्रिया इसी साल पूरी कर ली जाएगी।
फिलहाल 433 स्टॉफ
राज्य अग्निशमन विभाग में कुल 875 पद सृजित हैं। फिलहाल 433 पदाधिकारी और कर्मचारियों से काम चलाया जा रहा है। राज्य भर में 442 कर्मचारियों की कमी है। सबसे ज्यादा पद ड्राइवर के खाली हैैं। अग्निशमन विभाग ने फायरमैन के पद का भी नाम बदलकर फायर ड्राइवर कर दिया गया है। इसके लिए ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य किया गया है। विभाग द्वारा 88 अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। झारखंड में कुल 35 फायर स्टेशन हैं, जहां वाटर टेंडर, वॉटर वॉयजर, होम वाटर टेंडर, मिनी वाटर टेंडर, इमरजेंसी रेस्क्यू टेंडर, ब्रांडों स्काई लिफ्ट जैसे वाहनों के जरिए आग पर काबू पाया जाता है।
कर्मचारियों की घोर कमी
झारखंड में कुल 35 फायर स्टेशन हैं, जहां वाटर टेंडर, वॉटर वॉयजर, होम वाटर टेंडर, मिनी वाटर टेंडर, इमरजेंसी रेस्क्यू टेंडर, ब्रांडों स्काई लिफ्ट जैसे वाहनों के जरिए आग पर काबू पाया जाता है, लेकिन इन सभी जगहों पर कर्मचारियों की भारी कमी है। राजधानी रांची के अलावा गिरिडीह, डालटनगंज, जमशेदपुर के गोलमुरी, मानगो, बहरागोड़ा, सरायकेला, आदित्यपुर और चांडिल, बोकारो, गढ़वा, कोडरमा, धनबाद के झरिया और सिंदरी, चाईबासा, चतरा, लातेहार, गुमला, दुमका, गोड्डा, हजारीबाग, बरही, देवघर, साहिबगंज, पाकुड़, लोहरदगा, सिमडेगा, जामताड़ा, रामगढ़, खूंटी, चास और हुसैनाबाद में फायर स्टेशन हैं। इसके अलावा जमशेदपुर के सोनारी हवाई अड्डा और तेनुघाट बोकारो में भी फायर ब्रिगेड की सुविधा है, लेकिन इन सभी जगहों पर कर्मचारियों की घोर कमी है।अग्निशमन विभाग में कई साल से कर्मचारियों की कमी है। विभाग की ओर से सभी जिलों से रिक्तियां मांगी जा रही है। इसके बाद पूरा डिटेल्स बनाकर विभाग को सौंपा जाएगा। नियुक्ति प्रक्रिया छह महीने में पूरी होगी।
-जगजीवन राम, स्टेट फायर ऑफिसर, रांची-झारखंड