रांची (ब्यूरो) । आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी रांची में राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन प्रबंधन एवं वाणिज्य विभाग (एआईयू) के सहयोग द्वारा किया गया। प्रबंधन अवधारणाओं और कार्य प्रणाली में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उद्भव (इमरजेंस ऑफ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन मैनेजमेंट कॉन्सेप्ट एंड प्रैक्टिसेस) विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य अतिथियों का स्वागत अभिनंदन तथा दीप प्रज्जवलन एवं विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गीत के साथ किया गया। आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी के वीसी डॉक्टर सुचितांग्शू चटर्जी ने कहा कि हमें अपनी बुद्धिमत्ता का प्रयोग सही दिशा में करनी चाहिए तभी सफलता प्राप्त की जा सकती है। मुख्य अतिथि प्रदीप कुमार हजारी विशेष सचिव सह सलाहकार कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग इन्होंने अपने वक्तव्य में कहा की मशीन और मानव दोनों को अलग दर्शाने में भावनाएं सर्वोपरि हैं। मशीन में भावनाएं नहीं होती।
साकारात्मक पक्ष को ग्रहण
सम्मानित अतिथि लाडी बालकृष्णन पूर्व जीएम एचओडी (एसडी व सीएसआर) सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड रांची इन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि युवा पीढ़ी को कृत्रिम बुद्धिमत्ता का भरपूर सार्थक प्रयोग करते हुए निरंतर आगे बढऩा चाहिए। मुख्य वक्ता डॉक्टर नीतिश भाटिया सहायक प्रोफेसर झारखंड केंद्रीय यूनिवर्सिटी बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग उन्होंने कहा कि छात्रों को इस तकनीकी युग में साकारात्मक पक्ष को ग्रहण करना चाहिए। डॉ केके सेनापति सहायक प्रोफेसर कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग बीआईटी मेसरा रांची, इन्होंने कहा कि व्यक्ति को अपने अंदर हमेशा नवीनतम गुणों को ग्रहण करते रहना चाहिए तभी वह समाज को सही दिशा देने में समर्थ हो पाएगा। मौके पर मैनेजमेंट के डीन डॉ सोमनाथ राय चौधरी, डॉ बलजीत कलशी, डॉ अभिषेक वैभव डॉ अर्चना अतिश, डॉ स्नेहल, शिल्पी बोस समेत अन्य मौजूद थे।