RANCHI : स्वाइन फ्लू की वजह से 24 घंटे में तीन जिंदगियों ने दम तोड़ दिया। रांची के आर्किड हॉस्पिटल में इलाजरत एक महिला की जहां मंगलवार को मौत हो गई, वहीं जमशेदपुर में भी इस दानव ने दो को जान ले ली। एक ही दिन में इस बीमारी से तीन मरीजों की मौत होने से स्वास्थ्य विभाग की ओर से इससे निपटने की तैयारियों की पोल खुल गई। अब इस बीमारी से निपटना स्वास्थ्य महकमे के लिए बड़ी चुनौती बन गई है।

28 फरवरी से थी एडमिट

28 फरवरी को आर्किड हॉस्पिटल में इटकी की रहनेवाली महिला को एडमिट किया गया था। तीन मार्च को रैनबैक्सी लैब से आई जांच रिपोर्ट में महिला के स्वाइन फ्लू से ग्रसित होने की बात सामने आई। मरीज की स्थिति बिगड़ने पर उसे यहां वेटिंलेटर पर रखा गया था। यहां डॉ बदानी उसका इलाज कर रहे थे, लेकिन मंगलवार को महिला की मौत हो गई।

जयपुर से आई थी घूमकर

गौरतलब है जिस महिला की मौत स्वाइन फ्लू की वजह से हुई है, वह पिछले महीने घूमने के लिए जयपुर गई हुई थी। वहां से लौटने के बाद उसे श्वांस लेने में दिक्कतें होने लगी थी। इसके बाद उसे हॉस्पिटल में एडमिट किया गया। स्वाइन फ्लू के लक्षण देखते हुए उसके ब्लड सैंपल को टेस्ट के लिए रैनबैक्सी लैब भेजा गया था, जिसमें उसके स्वाइन फ्लू से पीडि़त होने की पुष्टि हुई थी।

जांच रिपोर्ट आने से पहले मौत

जमशेदपुर में सोमवार की देर रात स्वाइन फ्लू से दो मरीजों की मौत हो गई। दो अलग-अलग अस्पतालों में इन मरीजों का इलाज चल रहा था। हैरानी की बात है की मंगलवार को जांच रिपोर्ट आई, जबकि इससे पहले ही दोनों मरीज दम तोड़ चुके थे।

टीएमएच और ब्रह्मानंद हॉस्पिटल में चल रहा था इलाज

मानगो स्थित ओल्ड पुरुलिया रोड निवासी 29 वर्षीय जयलाल जायसवाल को छह मार्च को टीएमएच में भर्ती कराया गया था। वहीं, सुंदरनगर निवासी सुधा जोशी (50 साल) का इलाज ब्रह्मानंद हॉस्पिटल में चल रहा था।

तीन में स्वाइन लू की पुष्टि

सर्विलांस विभाग द्वारा चार मार्च को पांच संदिग्ध मरीजों का नमूना जांच के लिए कोलकाता स्थित एआईसीईडी भेजा गया था। सात मार्च को भी दो मरीजों का नमूना भेजा गया। मंगलवार को सात मरीजों का एक साथ जांच रिपोर्ट आया। इसमें तीन मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। हालांकि रिपोर्ट आने से कुछ घंटों पूर्व ही जयलाल जायसवाल और सुधा जोशी ने दम तोड़ चुके थे। वहीं, सोनारी निवासी एम। त्रिषा (7 साल) की स्थिति में सुधार होने के कारण उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, वहीं चार मरीजों का रिपोर्ट निगेटिव आया है।

स्वाइन फ्लू प्रभावित राज्यों से आए थे दोनों

सुदंरनगर निवासी सुधा जोशी और मानगो निवासी जयलाल जयसवाल स्वाइन फ्लू से प्रभावित राज्यों से लौटे थे। इसके कुछ दिन के बाद दोनों की स्थिति बिगड़ने पर हॉस्पिटल्स में भर्ती कराया गया। जांच में दोनों को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। सुधा जोशी इलाज के सिलसिले में वेल्लोर गई थी। वहां से लौटने के बाद उसका इलाज ब्रह्मानंद अस्पताल में चल रहा था। वहीं, जयलाल जयसवाल भी इलाज कराने के लिए तमिलनाडू स्थित कोयंबटूर गए थे। वहां से लौटने के बाद स्थिति बिगड़ने पर टीएमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया था।