रांची (ब्यूरो) । जमशेदपुर में डॉक्टर के साथ मारपीट की घटना के खिलाफ आईएएमए की रांची शाखा ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। आईएमए के वाइस प्रेसिडेंट डॉक्टर अभिषेक कुमार रामाधीन ने कहा कि ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। हम इसके खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज करते हैं। एक ओर झारखंड सरकार मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को लटका कर रखी है और दूसरी ओर डॉक्टर के साथ मारपीट हो रही है। ऐसी घटनाएं बहुत शर्मनाक हैं और मारपीट के आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

बेरहमी से पिटाई की

बता दें कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर में ड्यूटी पर मौजूद शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ कमलेश उरांव के साथ स्थानीय लोगों द्वारा बेरहमी से पिटाई की गई। 18 सितंबर की रात्रि में चिकित्सक के कक्ष में घुसकर तीन-चार लोगों ने उनकी बेरहमी से पिटाई की। डॉ रामाधीन ने कहा की वे डॉक्टर को तब तक मारते रहे, जब तक डॉक्टर बेसूध होकर गिर नहीं गये। एक ब'चा जो सीरियस स्थिति में अस्पताल में भर्ती हुआ था और भर्ती के समय भी चिकित्सकों की टीम के द्वारा मरीज की स्थिति के बारे में बता दिया गया था कि मरीज की स्थिति अ'छी नहीं है, हम सभी उपलब्ध संसाधनों और अपनी क्षमता के साथ इसका इलाज करेंगे। अगर आप चाहे तो कहीं अन्यत्र भी अपने मरीज को ले जा सकते हैं। इसके बाद मरीज के परिजनों के आग्रह पर ब'चों को भर्ती किया गया और उसका इलाज किया गया। दुर्भाग्य से ब'चे को बचाया नहीं जा सका और उस वक्त डॉक्टर कमलेश उरांव ड्यूटी पर मौजूद थे।

घटना को लेकर रोष

इस घटना को लेकर डॉक्टर समुदाय में काफी रोष है। संगठन ने मांग की है कि दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी हो और कानून संवत आवश्यक कार्रवाई हो। संगठन ने अपने विभाग के मंत्री से और राज्य के माननीय मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है। कल दोपहर 2:00 तक पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने में निष्फल होती है तो पूरे रा'य में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं झारखंड रा'य स्वास्थ्य सेवाएं संघ रा'यव्यापी आंदोलन की रणनीति बनाने को विवश होगा।