रांची (ब्यूरो) । सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची के छात्रों ने शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों के प्रति आभार और सम्मान व्यक्त करने के लिए स्कूल परिसर में एक भव्य समारोह का आयोजन किया। यह समारोह हर्ष, सराहना और कृतज्ञता से भरा हुआ था। इस वर्ष का विषय था &रेट्रो मेट्रो। लाइव बैंड ने 90 के दशक की बॉलीवुड धुनों को प्रस्तुत किया, जिससे पुरानी यादें ताजा हो गईं। इसके बाद शिक्षकों को समर्पित एक रैप प्रस्तुति दी गई।

आधुनिक कक्षा का दृश्य

कार्यक्रम में एक नाटक का मंचन किया गया जिसमें आधुनिक कक्षा का दृश्य जीवंत किया गया। दिन का समापन कुछ मजेदार खेलों, जैसे रिवर्स चेराड्स, के साथ हुआ। स्कूल की प्राचार्या, परमजीत कौर ने इस अवसर पर शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें प्रेरित किया कि वे अपने छात्रों से, जो उनके सर्वश्रेष्ठ शिक्षक हैं, लगातार सीखते रहें। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अपनी पुरानी गलतियों से सीखते हुए, अपने व्यक्तिगत और व्यावहारिक जीवन में एक बेहतर इंसान बनने का प्रयास करना चाहिए।

बुक ए वंडरलैंड ऑफ वर्ड्स का विमोचन

अपने मधुर शब्दों के लिए जाने जाने वाले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कोलकाता के एक होटल में अपनी नई पुस्तक ए वंडरलैंड ऑफ वर्ड्स: अराउंड द वर्ड इन 101 एसेज को पढ़ते हुए अपनी बुद्धि और ज्ञान के साथ मधुर बातों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया$ कोलकाता में कई दिनों की भारी बारिश के बाद जब सुनहरे दिन की शुरुआत हुई, इस सुहाने मौसम में थरूर ने अपने सूक्ष्म हास्यपूर्ण अंदाज से पुस्तक प्रेमियों का उत्साह बढ़ाया$ उन्होंने अपनी पुस्तक में अपने आकर्षक शब्दों और वाक्पटु प्रस्तुतिकरण से एक ऐसा चित्र खींचा, जो बिल्कुल भी राजनीतिक नहीं है$ कार्यक्रम के दौरान, 68 वर्षीय थरूर ने न्यू टाउन में स्थित ताज सिटी सेंटर में कोलकाता की सुप्रसिद्ध गैर-लाभकारी ट्रस्ट प्रभा खेतान फाउंडेशन की पुस्तक रैक का अनावरण भी किया$ इस मौके पर कांग्रेस सांसद थरूर ने कहा, प्रभा खेतान फाउंडेशन एक ऐसा संगठन है, जिसके साथ मैं कई वर्षों से जुड़ा हुआ हूं$ उन्होंने कहा, देशभर में पुस्तकों को बढ़ावा देने के लिए इस संस्था ने देशभर में काफी बेहतरीन काम किया हैं$ बुक रैक लॉन्च पहल पर बोलते हुए थरूर ने कहा उन्होंने जिस पुस्तक रैक का अनावरण किया है, यह पुस्तक रैक, भविष्य में देश भर में उनके द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम में हर होटलों, केंद्रों या संस्थानों में मौजूद होगा$ उन्होंने कहा, प्रभा खेतान के लिए कुछ करना हमेशा समाजहित में होता है, क्योंकि यह संस्था हमेशा पुस्तक प्रेमियों को पुस्तकों के प्रति जुड़े होने के लिए प्रतिबद्ध करती रहती हैं$