रांची (ब्यूरो) । ब्रह्माकुमारी संस्थान में आध्यात्मिक समर कैम्प का आयोजन किया गया। इस पवित्र भूमि में परमात्मा के पवित्र रूहे गुलाब बच्चों की रिमझिम पूरे वातावरण को उमंग उत्साह और आनंद से भर रही थी। दीप प्र'वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए लोरेटो कोन्वेन्ट स्कूल की शिक्षिका कवलजीत कौर ने कहा आज ब'चों को स्कूली पढ़ाई के साथ-साथ नैतिकता एवं आध्यात्मिकता की पढ़ाई की भी आवश्यकता है। कार्यक्रम में उपस्थित एमपीएम कॉलेज की प्रोफेसर अंजली दास गुरू ने कहा कि शिविर बहुत ही उद्देश्यपूर्ण व आवश्यकता के अनुरूप है। माता पिता अपने ब'चों को अवश्य भेजें। यह आज के समय की जरूरत है। शहर में यूं तो ग्रीष्मावकाश में बहुत से समर कैंप का आयोजन किया जा रहे हैं परंतु यह अपने आप में एक अनूठा कार्यक्रम है जहां ब'चे बोलचाल व्यवहार व शालीनता सीख रहे हैं।

नन्हें पौधे होते हैं

सभा को संबोधित करते हुए नरेन्द्र पाल सिंह, व्यवसायी ने कहा ब'चे नन्हें पौधे होते हैं जिनमें सिंचार्ई का कार्य उनके माता के द्वारा किया जाता है। इसलिए ब'चों को समान शिक्षा के साथ- साथ अध्यात्म की ओर अग्रसर करना चाहिए जिससे ब'चों का सभी प्रकार के विकास हो सके। विभा सिंह ने कहा कि यही वह समय है जो हमारे जीवन की दिशा और दशा तय करता है। आज नम्रता, मधुरता धैर्यता, समरसता आदि गुण कम देखने में मिलता है। विद्यार्थी जीवन में यदि हमें इन दिव्य गुणों की शिक्षा मिले तो निश्चित तौर पर पूरा जीवन संन्दर व्यतीत होगा।

एकाग्रता के विकास के लिए

ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन ने कहा ने कहा वर्तमान समय में ब'चों में किसी भी प्रकार के तनाव से बचाव हेतु व अध्ययन में एकाग्रता के विकास के लिए राजयोग मेडिटेशन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज के समय जब छोटी-छाटी बातों में ब'चे नाराज हो जाते हैं। आध्यात्मिक ज्ञान जीवन में आने वाली परिस्थितियों से उबरने में मदद करता है। कार्यक्रम में कलाकारों के द्वारा नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत की गई।

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