- नौ दिनों की मशक्कत के बाद ओरमांझी में मिली लाश का मिला सिर खोज पायी पुलिस
- चान्हो के चटवल की रहने वाली सूफिया परवीन का हुआ था कत्ल, पति बेलाल की तलाश
- जिंदगी के हर मोड़ पर मिला धोखा, एक खौफनाक ट्रेजडी के साथ खत्म हुआ सफर
रांची के ओरमांझी स्थित साईं नाथ यूनिवर्सिटी के समीप जीराबेड़ा में तीन जनवरी को बरामद एक सिरकटी लाश की पहचान हो गयी है। लाश चान्हो के चटवल की रहने वाली करीब 25 साल की सूफिया परवीन की है, जिसका कत्ल उसके कथित पति शेख बेलाल द्वारा किये जाने की बात सामने आयी है। शेख बेलाल एक हिस्ट्रीशीटर है, जो फिलहाल फरार है। उसकी सूफिया के अलावा एक और पत्नी है, जिसकी निशानदेही पर मंगलवार को पिठोरिया थाना के चंदवे स्थित बेलाल के खेत से ही सूफिया का सिर बरामद किया गया। अपराधी बेलाल पर सूफिया जान छिड़कती थी, लेकिन उसपर पुलिस के लिए मुखबिरी का आरोप लगाकर बेलाल ने उसका सिर धड़ से अलग कर दिया।
एक क्लू से सुलझी गुत्थी
पिछले दस दिनों से इस मामले को सुलझाने में पुलिस जुटी थी। एसआईटी से लेकर सीनियर ऑफिसर्स इस केस की खुद मॉनिटरिंग कर रहे थे। छह दिनों तक कोई ठोस सुबूत नहीं मिलने और सिर का पता नहीं चल पाने के बीच रांची पुलिस को 10 जनवरी की शाम एक अनजान कॉल आया। कॉल करने वाले शख्स ने पुलिस को एक महत्वपूर्ण जानकारी दी। उसने बताया कि चान्हो थाना क्षेत्र के चटवल गांव निवासी एक दंपती मोहम्मद कुतुबुद्दीन व राबिया की बेटी सूफिया परवीन दो माह से लापता है। इसके बाद सूफिया के माता-पिता पुलिस के सामने आए। उन्होंने बेटी का पहचान चिन्ह भी बताया। इसके बाद पुलिस ने डीएनए जांच के लिए माता-पिता का नमूना भी लिया। मां-बाप द्वारा पुलिस को जो जानकारी दी गई, उसकी कड़ी जोड़ते हुए पुलिस ने सूफिया का सिर बरामद कर लिया।
पहले पति से भी मिला धोखा
पुलिस को सूफिया के पैरेंट्स ने बताया कि उनकी पुत्री सूफिया छह बहन व तीन भाइयों में पांचवें नंबर पर थी। सूफिया से चान्हो के बलसोकरा गांव निवासी मोहम्मद खालिद ने प्रेम विवाह किया था। मोहम्मद खालिद पहले से शादीशुदा था। उसका ससुराल सूफिया के मायके के पड़ोस में था। वहां आने-जाने के दौरान उसकी सूफिया से दोस्ती हो गई थी और उसने शादी कर ली थी। मोहम्मद खालिद सूफिया को लेकर दिल्ली गया था। वहां खालिद से विवाद होने के बाद सूफिया भागकर चान्हो स्थित मायके आ गई थी। इसी बीच सूफिया की मुलाकात पिठोरिया के चंदवे बस्ती निवासी आपराधिक चरित्र के युवक शेख बेलाल से हो गई। सूफिया की बड़ी बहन की शादी चान्हो के ही सोंस निवासी एहसान खान से हुई थी। एहसान खान रिश्ते में शेख बेलाल का मौसेरा भाई है, जिसके यहां आने-जाने के दौरान ही शेख बेलाल व सूफिया में दोस्ती हुई थी।
सूफिया से की दूसरी शादी
शेख बेलाल पहले से शादीशुदा था, जिसकी पहली पत्नी साबो के अलावा एक 14 साल का बेटा व एक बेटी थी। पिछले साल (2020 में) बेलाल सूफिया से दूसरी शादी कर उसे भी अपने चंदवे बस्ती स्थित घर ले आया था। घर में आने के बाद सूफिया का शेख बेलाल की पहली पत्नी से विवाद होने लगा। एक दिन शेख बेलाल ने भी सूफिया के साथ मारपीट की, जिसके बाद मई 2020 में सूफिया ने पिठोरिया थाने में शेख बेलाल पर दहेज उत्पीड़न व मारपीट का केस कर दिया।
अवैध हथियार केस में गया था जेल
एक माह बाद ही जून में शेख बेलाल अवैध हथियार के साथ पिठोरिया थाने की पुलिस के हाथों पकड़ा गया और जेल भेजा गया। जेल जाने के बाद उसने सूफिया पर आरोप लगाया कि उसने ही अवैध हथियार की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद वह पकड़ा गया। शेख बेलाल की गिरफ्तारी के बाद सूफिया अपने चान्हो स्थित मायके चली गई थी। इधर, कुछ माह बाद ही शेख बेलाल जेल से छूट गया, वहीं सूफिया भी हत्या से दो माह पूर्व यानी नवंबर महीने में अचानक लापता हो गई और तब से ही उसका कोई अता-पता नहीं था।
पूछताछ में टूट गयी साबो
सूफिया के माता-पिता के सामने आने के बाद पुलिस को यह विश्वास हो गया कि जहां शव बरामद किया गया है, वह घटनास्थल शेख बेलाल के घर से दो किलोमीटर की दूरी पर है। धीरे-धीरे आशंका प्रबल होती गई। पुलिस ने शेख बेलाल की पहली पत्नी साबो व बेटे को उठा लिया और सख्ती से पूछताछ की तो दोनों टूट गए। उनकी निशानदेही पर मंगलवार को सूफिया का सिर भी बरामद कर लिया गया।
दरिंदगी की इंतेहा
सूफिया का सिर मंगलवार को पिठोरिया थाना क्षेत्र स्थित चंदवे बस्ती से करीब एक किलोमीटर दूरी पर स्थित खेत से बरामद किया गया। सिर को एक गड्ढा खोदकर दफनाया गया था और नमक भी डाल दिया गया था, ताकि सिर नष्ट हो सके। इस मामले में शेख बेलाल की पहली पत्नी साबो व नाबालिग बेटे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सिर के बरामद होने की जगह व सिरकटे शव की बरामदगी स्थल के बीच करीब दो किलोमीटर का अंतर है।
बेलाल पर एक लाख का ईनाम
पुलिस को मुख्य कातिल शेख बेलाल की तलाश है, जो फरार है। रांची पुलिस ने उसपर एक लाख रुपए का ईनाम रखा है। पुलिस ने घोषणा की है कि जो भी व्यक्ति शेख बेलाल की जानकारी देगा, उसकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी और उसे एक लाख रुपए का ईनाम दिया जाएगा। पुलिस की ओर से अब तक युवती की पहचान से संबंधित अधिकृत दावा नहीं किया गया है। राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला से डीएनए की जांच रिपोर्ट के बाद ही इस मामले में पुलिस के वरीय अफसर कोई अधिकृत बयान जारी करेंगे और उस रिपोर्ट के बाद ही शव को परिजन को भी सौंपा जाएगा। पुलिस को शेख बेलाल के घर से भी खून के नमूने मिले, जिसकी जांच की जा रही है। जहां से सिर मिला, वहां राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम भी पहुंची और जांच में जानकारी मिली कि वहां बरामद रक्त मानव का ही है। अब डीएनए जांच होनी है।
ओरमांझी कांड : टाइमलाइन
3 जनवरी : ओरमांझी थाना क्षेत्र के जीराबार जंगल सिर कटी युवती का शव बरामद हुआ।
4 जनवरी : रांची के किशोरगंज चौक पर इस मामले को लेकर हंगामा हुआ, सीएम का काफिला रोका गया, पुलिस पर हमला भी हुआ।
5 जनवरी : आईजी अखिलेश कुमार झा ने सुराग देने वाले को 50 हजार रुपए ईनाम देने की घोषणा की।
6 जनवरी : पुलिस ने युवती के स्वाब और नाखून को एफएसएल के लिए भेजा।
7 जनवरी : पुलिस ने घटनास्थल की जांच एफएसएल टीम से कराई और युवती की सिर खोजने के लिए तलाशी अभियान चलाया।
8 जनवरी : एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने युवती के कटे हुए सिर की तलाश के लिए अभियान चलाया और इनाम राशि 50 हजार से बढ़ाकर पांच लाख कर दिया।
10 जनवरी : चान्हो थाना क्षेत्र के चटवल गांव के रहने वाले एक दंपती ने युवती को अपनी बेटी बताया।
11 जनवरी : शेख बेलाल की तस्वीर जारी करते हुए पुलिस ने सुराग देने वाले को ईनाम देने की घोषणा की।
12 जनवरी : बेलाल की पहली पत्नी और बेटे की निशानदेही पर चंदवे स्थित खेत से सिर बरामद किया गया।