आई शॉकिंग

प्रिंसीपल और टीचर्स को सुननी पड़ी खरी-खोटी

बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने स्कूल में खुद लगाया झाड़ू

RANCHI (26 Aug) : ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में टीचर्स की मनमानी और बच्चों से काम कराने की खबरें तो आम हैं, लेकिन शनिवार को रांची के करमटोली चौक स्थित राजकीय मध्य विद्यालय में बच्चों के शोषण की दंग करने वाली हकीकत का पर्दाफाश हो गया। झारखंड राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर शनिवार को जब इस स्कूल का अहले सुबह निरीक्षण करने पहुंचीं, तो उन्होंने पाया कि वहां कोई शिक्षक मौजूद नहीं था। बच्चे टॉयलेट की सफाई कर रहे थे। कोई टेबलक्लॉथ धो रहा था, तो कोई पानी भरने में व्यस्त था। बच्चों की इस दुर्दशा को देखते हुए आरती खुद झाड़ू लेकर क्लासरूम पहुंच गयीं। उन्होंने खुद स्कूल की सफाई की और शिक्षकों के आने का इंतजार करने लगीं।

समय 7.फ्0 का, शिक्षक पहुंचे आठ बजे

स्कूल में शिक्षकों के पहुंचने का समय 7.फ्0 बजे है, लेकिन सभी शिक्षक आठ बजे के बाद पहुंचे। इस पर भी अटेंडेंस रजिस्टर में सभी ने साइन कर 7.फ्0 का ही टाइम लिख दिया। आरती कुजूर ने जब रजिस्टर देखा, तो भड़क गईं। उन्होंने शिक्षकों तथा प्रिंसीपल को सख्त चेतावनी दी कि आइंदा ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने बच्चों से स्कूल की सफाई करने के मामले को भी गंभीरता से लेते हुए शिक्षकों को खूब खरी-खोटी सुनाई।

बिजली का कनेक्शन तक नहीं स्कूल में

निरीक्षण के दौरान अध्यक्ष ने पाया कि स्कूल में बिजली का कनेक्शन नहीं है। इस पर उन्होंने जिला शिक्षा अधीक्षक से अविलंब बिजली का कनेक्शन लगवाने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कनेक्शन नहीं दिया गया, तो वे खुद तार जोड़ देंगी। दूसरी ओर, छात्र-छात्राओं के अटेंडेंस रजिस्टर को चेक करने पर उन्होंने पाया कि लंबे समय से जो स्टूडेंट गायब हैं, प्रिंसीपल खुद उनके घर जाएं और देखें कि बच्चे की स्थिति कैसी है और वह स्कूल क्यों नहीं आ रहा है। इस मामले में दस दिनों के भीतर आयोग के समक्ष जवाब समर्पित करने का निर्देश दिया गया

कोट

ऐसी लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जाएगा और एक भी विसंगति पायी गई, तो कठोर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।

आरती कुजूर, अध्यक्ष, बाल संरक्षण आयोग