रांची: कोरोना संक्रमण का असर रांची में धीरे-धीरे कम हो रहा है। सेकेंड वेव से सरकार ने कई चीजें सीखी हैं। अब कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने की आशंका एक्सपर्ट्स जता रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने तीसरी लहर को रोकने के लिए पहले ही फूलप्रूफ प्लानिंग पर काम शुरू कर दिया है। अधिक से अधिक लोगों का कोरोना टेस्ट कराया जाए, वहीं, रिपोर्ट के लिए भी अब लोगों को छह दिन इंतजार नहीं करना पड़ेगा। 4 से 6 घंटे में आरटी पीसीआर की रिपोर्ट उनके पास होगी। स्वास्थ्य विभाग मोबाइल कोविड-19 पीसीआर टेस्टिंग लैबोरेट्री व सैंपल कलेक्शन वैन खरीदने की तैयारी कर रहा है। यानी अब लोगों के मोहल्लों में जाकर गाड़ी से आरटी पीसीआर टेस्ट की जाएगी।
विभाग ने मांगा एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट
स्वास्थ्य विभाग द्वारा आईसीएमआर की गाइडलाइंस के अनुसार, तैयार मोबाइल मेडिकल कोविड-19 आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैबोरेट्री चलाने वाली संस्थाओं से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मांगा गया है, जो संस्थाएं इस क्षेत्र में काम कर रही हैं वो रांची सहित झारखंड में अगर वैन से आरटी पीसीआर टेस्ट करती हैं तो कितना पैसा लेंगी और उनकी क्या शर्ते होंगी। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की ओर से आरटी पीसीआर टेस्ट का रेट तय कर दिया गया है, उसी रेट पर मोबाइल वैन को टेस्ट करना होगा।
4-6 घंटे में रिपोर्ट
वर्तमान में आरटी पीसीआर टेस्ट लैब में कराया जा रहा है। शुरुआत में जब कोरोना पीक पर था उस समय आरटी पीसीआर की टेस्ट रिपोर्ट आने में 6 दिन का समय लग जाता था। सरकार इससे सबक लेते हुए अब पहले से ही प्लानिंग कर रही है कि लोगों को उनके मोहल्ले में ही जाकर गाड़ी से जांच की जाए और उनको छह घंटे के अंदर रिपोर्ट भी दे दी जाए, ताकि लोगों को फिर से 6 दिन का इंतजार ना करना पड़े। आरटी पीसीआर की रिपोर्ट आते ही वो अपना इलाज शुरू करवा सकते हैं।
आइसीएमआर गाइडलाइंस पर वैन तैयार
आरटी-पीसीआर मोबाइल टेस्टिंग वैन इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर)की गाइडलाइंस के अनुसार तैयार किया गया है। इस वैन की एक दिन में 1 हजार टेस्ट कैपासिटी होगी। रांची में टेस्टिंग बढ़ाने के लिए टेस्टिंग लैबोरेट्री मोबाइल वैन से रिकॉर्ड 6 घंटे में रिपोर्ट आ जाएगी। इस वक्त जहां आरटी-पीसीआर के सैंपल लेने के बाद नार्मल 24-48 घंटे में नतीजे आते हैं। वहीं इस आरटी-पीसीआर मोबाइल वैन से रिकॉर्ड 6 घंटे में रिपोर्ट आ जाएगी।
50 लोगों की डिमांड पर जाएगी वैन
कोरोना वायरस की जांच को और सुलभ तथा सुगम बनाने के लिए कई टेस्टिंग सेंटर कार्यरत हैं। जिला प्रशासन अब अनुरोध के आधार पर भी मोबाइल टेस्टिंग वैन की सुविधा उपलब्ध करा रहा है। जिले के जिन इलाकों में 50 या उससे अधिक की संख्या में लोग कोविड-19 की जांच कराना चाहते हैं, उनके मोहल्ले या कॉलोनी में भी टेस्टिंग की सुविधा दी जाएगी। मोबाइल टेस्टिंग वैन ऐसे मोहल्ले/कॉलोनियों में जाकर लोगों का रैपिड एंटीजेन टेस्टिंग करेगी। रांची जिला में धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण की दर घट रही है। जिला प्रशासन ने रांचीवासियों से अपील करते हुए कहा है कि संक्रमण की चेन को तोड़ने में वे सहयोग करें और रांची जिला को कोरोनामुक्त करने में अपना बहुमूल्य योगदान दें।
आरटीपीसीआर सबसे सटीक टेस्ट
मरीज का सैंपल लेने के 6 घंटे के भीतर उसे उसकी रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। यानी 24-48 घंटे के बजाय अब केवल 6 घंटे में ही रिपोर्ट मिल जाएगी। आरटीपीसीआर टेस्ट सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला सटीक कोविड टेस्ट है। वर्तमान में रांची में कई मोहल्लों में गाड़ी से कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। लेकिन रैपिड एंटीजेन टेस्ट किया जाता है। इस कोरोना में आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट सबसे सटीक रिपोर्ट बताता है। इसलिए बहुत सारे लोग इस रिपोर्ट पर ही अधिक भरोसा करते हैं। अब जब आरटी पीसीआर लैबोरेट्री जो गाड़ी में बनाई जाएगी, वो लोगों के दरवाजे तक पहुंचेगा, उनकी जांच की जाएगी और 6 घंटे में उनको रिपोर्ट मिल जाएगी।
अधिक से अधिक लोगों की कोरोना जांच हो, इस पर स्वास्थ्य विभाग काम कर रहा है। आरटी पीसीआर की जांच रिपोर्ट समय पर मिले, इसके लिए मोबाइल कोविड-19 पीसीआर टेस्टिंग लैबोरेट्री शुरू करने की तैयारी है। अधिक से अधिक लोगों की जांच करना सरकार की प्राथमिकता में है। मोबाइल वैन में आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैबोरेट्री शुरू होने से लोगों को उनके घर पर ही जाकर आरटी पीसीआर जांच की जाएगी और 6 घंटे में रिपोर्ट भी दे दी जाएगी।
-सिद्धार्थ त्रिपाठी, नोडल अफसर, हेल्थ डिपार्टमेंट, झारखंड