रांची(ब्यूरो)। स्मार्ट मीटर लगने के दिन अब धीरे-धीरे नजदीक आते जा रहे हैं। अगले महीने यानी की अगस्त महीने से आपके घर के बिजली मीटर को बदलने का काम शुरू हो जाएगा। जेबीवीएनएल ने 16 अगस्त से मीटर बदलने की तिथि का ऐलान कर दिया है। हालांकि, कोई व्यक्ति चाहे तो वह इससे पहले भी अपने घर का मीटर बदलवा सकता है, जो उपभोक्ता 16 अगस्त से पहले ही स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगवाना चाहते हैं वे बिजली विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। राजधानी रांची में साढ़े तीन लाख बिजली मीटर को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदलने की योजना है। बीते कई वर्षों से इस योजना पर काम हो रहा है। पहले भी कई बार मीटर बदलने के लिए डेडलाइन तय की गई थी, लेकिन हर बार यह फेल ही होता रहा है। इस बार बिजली विभाग के आईटी हेड संजय सिंह ने दावा करते हुए कहा कि 16 अगस्त से हर हाल में इस काम को शुरू कर दिया जाएगा। अगले तीन महीने में सभी मीटर को बदलने का लक्ष्य रखा गया है।
इंस्टॉलेशन चार्ज नहीं
स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिए किसी तरह का कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। यदि कोई ऐसा करता है तो इसकी शिकायत बिजली ऑफिस में की जा सकती है। शिकायतों को संबंधित एरिया के डिविजन और सब डिविजन को फारवर्ड कर पैसे मांगने के खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है। गौरतलब हो कि राजधानी रांची में सभी बिजली उपभोक्ताओं के घर में स्मार्ट बिजली मीटर लगाया जाना है। वृहद पैमाने पर इसकी शुरुआत की जाएगी। सुविधा पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई जाएगी और इसी पोर्टल की मदद से स्मार्ट मीटर लगाने के लिए अप्लीकेशन भी दिया जा सकता है। किसी भी तरह की समस्या होने पर सुविधा पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। समस्या का समाधान होते ही रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर इसकी जानकारी दे दी जाएगी।
1000 रुपए से रिचार्ज
स्मार्ट प्रीपेड मीटर में औसतन एक हजार रुपए का रिचार्ज किया जा सकेगा। ऐप पर छह महीने की औसतन खपत भी आ जाएगी। मीटर में अंतिम 35 दिनों का लोड प्रोफाइल डाटा और डेली एनर्जी प्रोफाइल डाटा भी देखा जा सकता है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर से पावर सप्लाई लेने के लिए पहले इसे रिचार्ज करना होगा। जिस तरह मोबाइल फोन के इस्तेमाल से पहले रिचार्ज करना होता है, ठीक उसी प्रकार स्मार्ट प्रीपेड मीटर को भी रिचार्ज करना होगा। मीटर में बैलेंस खत्म हो जाने पर बिजली की आपूर्ति बंद हो जाएगी। दोबारा रिचार्ज किए जाने पर फिर से बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर का बैलेंस खत्म होने से पहले उपभोक्ता के फोन पर अर्लट मैसेज जाएगा। उपभोक्ता ऑनलाइन या ऐप की मदद से अपने मीटर को रिचार्ज कर सकेंगे। साथ ही यदि कोई अपने मीटर के बैलेंस की जांच करना चाहे तो वह भी जांच सकता है।
वल्र्ड बैंक का है सपोर्ट
मिली जानकारी के अनुसार, वल्र्ड बैंक की सहायता से राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की योजना तैयार की गई है। जेबीवीएनएल इस दिशा में लगातार काम कर रहा है। सर्वे का काम पूरा हो चुका है, अगले महीने से मीटर बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। स्मार्ट मीटर का सबसे अधिक फायदा रेवेन्यू कलेक्शन में होने वाला है। बगैर बिल जमा किए बिजली उपयोग करना पुराने समय की बात रह जाएगी। विद्युत का उपयोग करने वाले उपभोक्ता को इसका शुल्क देना ही होगा। वहीं आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस स्मार्ट मीटर में इनेबल्ड सॉफ्टवेयर घरेलू या कॉमर्शियल बिजली की निर्धारित पावर लोड से अधिक होते ही बत्ती गुल हो जाएगी और बिजली विभाग में लगे डाटा सेंटर को लोड की पूरी जानकारी मिल जाएगी। जिसके बाद कन्ज्यूमर पर पेनाल्टी भी लगाया जा सकता है। फिलहाल सिंगल फेज प्रीपेड स्मार्ट मीटर होने के कारण डोमेस्टिक और कॉमर्शियल कंज्यूमर के घर पर ही स्मार्ट मीटर लगेंगे। इंडस्ट्री को इससे अलग रखा गया है।
ये होंगे फायदे
-- मीटर से छेड़छाड़ बंद
-- कंज्यूमर सीधे तौर पर सेंट्रल कंट्रोलिंग सिस्टम के तहत जुड़ जाएंगे।
-- रुकेगी बिजली चोरी
-- बढ़ेगा सरकार का रेवेन्यू
-- घर-घर बिल कलेक्शन से मिलेगी निजात
-- रिचार्ज खत्म होते ही गुल हो जाएगी बिजली
-- बिजली का बकाया ज्यादा दिन तक नहीं रख पाएंगे उपभोक्ता
-- ऑनलाइन होगी सारी व्यवस्थाराजधानी में करीब साढ़े तीन लाख कंज्यूमर हैं। सभी के बिजली मीटर को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदला जाएगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह नि:शुल्क होगी। अगले महीने से मीटर बदलना की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
संजय सिंह, जीएम, जेबीवीएनएल, (आईटी विभाग)