रांची (ब्यूरो) । श्रीराम सेना चैती दुर्गा पूजा राम नवमी पूजा समिति के तत्वावधान में सोमवार को सप्तमी को माता कालरात्रि की पूजा के साथ सप्तशती का पाठ हुआ। मां दुर्गा की नव पत्रिका की पूजा हुई। मां के दर्शन पंडाल में प्रतिपदा से ही शुरू हो जाते हैं। पूजन के विधि होने के पश्चात मां को भोग में फल मेवा लगाया गया और संध्या आरती 6.30 बजे की जाती है। श्रीराम सेना चैती दुर्गा पूजा समिति लोअर चुटिया हाईटेंशन पूजा पंडाल में सातवें दिन माता मां से प्रार्थना कर सभी के कल्यण के लिए प्रार्थना की गई। इस पूरे पूजन को सफल बनाने में पुरोहित अजीत चक्रवर्ती मां की पूजा एवं आराधना कर रहे हैं। सप्तमी के दिन माता को चांदी का मुकुट श्री पंकज सोनी एवं उनके परिवार की ओर से समर्पित किया गया जिसे पंकज सोनी से लेकर माता को चढ़ाया।
शांति बनी रहे
श्रीराम सेना के द्वारा कलश स्थापना के साथ ही माता की प्रतिमा भक्तों के लिए खोल दी जाती है ताकि भक्तों मां का आशीर्वाद प्राप्त कर सकें। चैती दुर्गा पूजा में मां शांत स्वरूप में रहती है एवं चैत नवरात्र में लोग मां की आराधना करते हैं ताकि पूरे साल देश में खुशहाली और शांति बनी रहे और देश खुशियों से जगमगाता रहे चैती दुर्गा पूजा में इस बार मां के साथ कुल 16 प्रतिमाएं स्थापित हैं तथा कलश स्थापना के साथ ही पूजा पंडाल भक्तों के लिए खोल दिया।
चुनरी दी जाएगी
श्रीराम सेना चैती दुर्गा पूजा समिति झारखंड का इकलौता पूजा समिति है जो कि चैत नवरात्र 10 दिवसीय मनाता है एवं प्रतिदिन संध्या 6.30 बजे माता की आरती की जाती है इस वर्ष श्रीराम सेना के द्वारा 301 महिलाओं को माता की चुनरी भेंट स्वरूप माता की शोभायात्रा में दी जाएगी। श्रीराम सेना ने सभी महिलाओं से आग्रह किया गया है कि वे सभी माता की शोभायात्रा में पीला वस्त्र धारण करके पंडाल में आएं, क्योंकि इस बार दसवीं के दिन बृहस्पतिवार पड़ रहा है। इसीलिए इस बार विसर्जन शोभा यात्रा शुक्रवार 19 अप्रैल को शाम 3 बजे निकाली जाएगी।