रांची(ब्यूरो)। श्री श्याम मित्र मंडल ने अपने स्वर्ण जयंती वर्ष पर विभिन्न कार्यक्रमों के बीच समाज में सेवा की एक नेक पहल की है। जी हां, धार्मिक और मेडिकल कैंपों का आयोजन करने के बीच ही मंडल ने वैदिक रीति-रिवाज से एक युवा जोड़ी का विवाह कार्य संपन्न करवाने की नई शुरुआत की है, ताकि युवक-युवती का घर बस जाए।
क्या है मामला
कांके रोड निवासी स्व रमेशचंद्र बूबना की सुपुत्री चांदनी व बरियातू रोड निवासी सतीश अग्रवाल के सुपुत्र पीयूष कुमार का विवाह अलग-अलग युवक व युवती से पहले हुआ था। लेकिन दोनों के विवाह के बाद एक के पति तथा दूसरे की पत्नी का निधन हो गया था। बता दें कि पियूष व चांदनी दोनो बीटेक इलेक्ट्रिकल व सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। पीयूष की उम्र 32 एवं चांदनी की उम्र 29 वर्ष है। ऐसे में मंडल ने दोनों को मिलवाया और झारखंड के प्रसिद्ध आचार्य अनूप दाधीच ने आगे बढ़कर विवाह संपन्न करवाया। हरमू रोड श्री श्याम मंदिर में दोनों का वैदिक रीति से विवाह संस्कार सनातन धर्म के अनुसार विधिवत संपन्न हुआ।
50 लोगों ने दिए आशीर्वाद
दोनों पक्ष के लगभग 50 से ज्यादा लोगों ने उपस्थित होकर नव वर-वधू को आशीर्वाद दिया। मौके पर मुख्य रूप से मंडल के अध्यक्ष सुरेश सरावगी, महामंत्री विश्वनाथ नारसरिया, उपमंत्री अनिल नारनोली, मारवाड़ी सम्मेलन के प्रांतीय अध्यक्ष बसंत मित्तल सहित बड़ी संख्या में श्याम भक्त उपस्थित थे। मंडल के अध्यक्ष सुरेश सरावगी ने बताया कि 8 दिसंबर को भी इसी प्रकार का विवाह श्री श्याम मंदिर हरमू रोड में संपन्न होगा।
स्वर्ण जयंती वर्ष पर कई कार्यक्रम
बता दें कि श्री श्याम मित्र मंडल अपना स्वर्ण जयंती वर्ष पिछले वर्ष मार्च से ही मना रहा है। प्रत्येक शनिवार को श्री श्याम भंडारा, प्रत्येक मंगलवार को श्री सुंदरकांड श्री हनुमान चालीसा का पाठ व प्रत्येक पूर्णिमा को श्री शालिग्राम पूजन श्री सत्यनारायण कथा का आयोजन होता है। एक बार मेडिकल कैंप भी लगाया गया है। सभी आयोजन हरमू रोड के श्री श्याम मंदिर में आयोजित किए जाते हैं। इसी क्रम में अब समाज के युवक युवती का घर बसाने का शुभ कार्य प्रारंभ किया गया है।