रांची: सिटी में सात दिन के अंदर दो मॉब लिंचिंग के मामले सामने आ चुके हैं। दोनो ही मामलों में चोरी के आरोप में भीड़ ने युवकों को पीट-पीटकर मार डाला। रांची के अनगड़ा स्थित सिरका में लिंचिंग का नया मामला सामने आया है, जिसमें चोरी के आरोप में मुबारक खान की भीड़ ने पीट-पीटकर जान ले ली। घटना शनिवार रात की है। लोकल लोगों ने बताया कि मुबारक गाडि़यों की बैटरी चुराया करता था। शनिवार को भी वह बैटरी चुरा रहा था, जिसे लोगों ने देख लिया। लोगों ने जब उसे खदेड़ा तो वह अपनी बाइक लेकर भागने लगा। इसी क्रम में उसका एक्सीडेंट हो गया। पीछे से आ रहे आक्रोशित लोगों ने भी मुबारक की धुनाई कर दी। हॉस्पिटल ले जाने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। हालांकि, कुछ लोगों ने मुबारक पर गाडी का चक्का खोलने का आरोप लगाया है। मिली जानकारी के अनुसार मुबारक खान अनगड़ा थाना क्षेत्र के महेशपुर का रहने वाला था और वह पेशे ड्राइवर था।
भाई ने दर्ज कराई एफआईआर
मुबारक खान के भाई तबारक ने अनगड़ा थाना में मामला दर्ज कराया है। इसमें उसने भीड़ द्वारा अपने भाई को जान से मारने की बात कही है। तबारक ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उसके भाई और राम महतो में विवाद हो गया था, जिसके बाद राम महतो ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। राम महतो के अलावा तबारक खान ने लक्ष्मण मुंडा, कामलाल महतो, दुर्गा महतो, राजू मुंडा, दुर्गा मुंडा, कारूलाल महतो, सखीचंद महतो, जितेंद्र ठाकुर, पोखर महतो, जलेश्वर महतो, बलराम महतो, दिलीप महतो, राजू महतो, चुन्नू लाल ठाकुर, संजय महतो, राजेंद्र महतो, झब्बू लाल महतो, प्रणव महतो समेत 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। तबारक ने अपने आवेदन में कहा कि सिरका गांव के ही एक बिजली पोल में मुबारक को बांधकर लोगों ने काफी पीटा, जिससे उसकी जान चली गई।
इस घटना से जुडे़ लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी। शनिवार रात दो बजे मुबारक सिरका पहुंचा था। जहां लोगों ने उसे चोर समझ कर पकड़ लिया। उसके साथ मारपीट की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट हो पाएगी।
- नौशाद आलम, रुरल एसपी
एक वीक में रांची में दो मॉब लिंचिंग
हफ्ते भर के अंदर ही राजधानी रांची में दो मॉब लिंचिंग के मामले सामने आ चुके हैं। दोनो मामलों में चोरी की बात सामने आई है। बीते सात मार्च की रात कोतवाली थाना क्षेत्र का रहने वाला सचिन वर्मा नामक युवक की जान मॉब लिंचिंग में चली गई। सचिन को काफी बेदर्द तरीके से मारा गया था। मारपीट के अलावा उसके शरीर में नुकीले सामान गड़ाए गए थे एवं सिगरेट से भी दागा गया था। यह मामला सड़क से लेकर सदन तक गूंजा। सचिन वर्मा के मामले में पुलिस की लापरवाही भी देखी गई, जिसमें तीन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया जा चुका है। अभी सचिन का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि एक और मॉब लिंचिंग सामने आ गई। इसमें भी चोरी के आरोप में ही लिंचिंग की बात कही गई।